प्रदर्शनकारियों ने रैली निकालकर हिंदू जागो का आह्वान किया। इस दौरान समुदाय विशेष के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई और इस्लामिक जिहाद मुर्दाबाद के लगे नारे लगाए। हिंदू संगठनों के प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम समुदाय के ज्यादातर लोगों ने मंडी शहर में अपनी दुकानें बंद रखी। हिंदू नेता कमल गौतम ने कहा कि प्रदेश में इस तरह के अवैध ढांचे बन रहे हैं। इस बार हम बताकर आंदोलन कर रहे अगली बार भारी संख्या में लोग एकजुट होंगे, जिसको रोकना प्रशासन व सरकार को मुश्किल हो जाएगा। हिंदू संगठनों ने नगर निगम के अधिकारियों और प्रशासन पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि आदेश होने के बावजूद अवैध निर्माण को हटाने में देरी की जा रही है, जिससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ रहा है।
एक महीने के भीतर तोड़ने के आदेश दिए थे : जाहिर है कि मंडी निगम कमिश्नर ने बीते 13 सितंबर को मस्जिद के अवैध हिस्से को एक महीने के भीतर तोड़ने के आदेश दिए थे। मुस्लिम पक्ष ने इन आदेशों को प्रधान सचिव टीसीपी देवेश कुमार के पास चुनौती दी और स्टे ले लिया। तब से मस्जिद को तोड़ने का काम रुका हुआ है। प्रधान सचिव कोर्ट में सुन वाई के दौरान मुस्लिम पक्ष ने अवैध निर्माण की बात को नकारा और कहा, 2013 में बारिश के कारण मस्जिद का मुख्य हिस्सा गिरा था, जिसे अगस्त 2023 को फिर से बनाया है। मुस्लिम पक्ष ने कहा, आयुक्त कोर्ट ने उनका पक्ष नहीं सुना और फैसला सुना दिया।इस पर टीसीपी सचिव ने मस्जिद तोड़ने के आदेशों पर स्टे दिया और नगर निगम से रिकॉर्ड तलब किया।इससे हिंदू संगठन नाराज है और इसके खिलाफ आंदोलन के लिए छोटी काशी देवभूमि संघर्ष समिति का गठन कर दिया है।