चंडीगढ़ : वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह को पनाह देने के आरोप में गिरफ्तार की गईं महिलाओं बलजीत कौर व बलवीर कौर के फोन का इस्तेमाल कर दिल्ली समेत कई जगह इंटरनेट कॉल्स की थीं। इस जानकारी के आधार पर पंजाब पुलिस की टीमें दिल्ली पहुंच गई हैं। वहां विशेष ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इंटरनेट कॉल्स की जानकारी अमृतपाल ने फोन से डिलीट कर दी थी। अब पुलिस फॉरेंसिक जांच से इनकी जानकारी निकलवा रही है।
हरियाणा के शाहाबाद की रहने वाली बलजीत कौर का फोन हरियाणा पुलिस के पास है, इसलिए उसका ब्यौरा जल्दी नहीं मिल पाएगा, लेकिन ऐसी आशंका है कि काफी कॉल्स विदेश में की गई थीं। अधिकारियों ने पटियाला की रहने वाली बलवीर कौर की कॉल्स डिटेल को निकाला है और हर कॉल की बारीकी से जांच की जा रही है। बलवीर कौर एक अमृतधारी सिख महिला है और उसकी मुलाकात पपलप्रीत सिंह से एक धार्मिक समागम में हुई थी। एक बार पपलप्रीत पहले बलवीर कौर से मिला था। दूसरी बार अमृतपाल सिंह के साथ पपलप्रीत पटियाला पहुंचा था, जहां बलवीर कौर के पास 6-7 घंटे ही रुके थे और वहां पर खाना खाया था।
बलजीत कौर के मोबाइल कॉल्स की डिटेल खंगालने पर ही अमृतपाल के एक और साथी सुक्खा को इंदौर से पकड़ा था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अमृतपाल जब हरियाणा में कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में महिला बलजीत कौर के घर रुका तो सुक्खा से लंबी बातचीत की थी। बलजीत कौर से पूछताछ और उसके फोन की कॉल्स डिटेल निकलवाने के बाद पुलिस ने सुक्खा को पकड़ा है, लेकिन इंटरनेट के जरिए कॉल्स का ब्यौरा अभी हरियाणा पुलिस को भी नहीं मिला है।
अमृतपाल सिंह ने शाहाबाद से गिरफ्तार बलजीत कौर के मोबाइल से सुखप्रीत से लंबी बातचीत की थी। बात करने के बाद अमृतपाल ने बलजीत के मोबाइल से उसका नंबर डिलीट कर दिया था। बाद में पुलिस ने सुखप्रीत का नंबर रिकवर किया और इंदौर तक पहुंच गई। सुखप्रीत को 29 मार्च तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। सुखप्रीत अमृतपाल सिंह का करीबी है। उसे अमृतपाल की गाड़ियों की फंडिंग से लेकर हथियारों तक के बारे में जानकारी है। सुखप्रीत अमृतसर के मजीठा के गांव मरड़ी कलां का रहने वाला है। उसकी गिरफ्तारी भी अजनाला थाने पर हुए हमले के मामले में डाली गई। वह कुछ दिन पहले ही पंजाब से इंदौर गया था।
आशंका नेपाल ही तो नहीं भाग गया : अमृतपाल सिंह के नेपाल भागने की आशंका है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अमृतपाल की 23 मार्च की आखिरी लोकेशन यूपी के लखीमपुर खीरी में थी। यहां से नेपाल बेहद करीब है। इसलिए पुलिस अनुमान लगा रही है कि शायद वह नेपाल पहुंच चुका है।