3704 एवं 6635 भर्ती की पुनर्निर्धारित सूची से बाहर हुए शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित किया जाए
गढ़शंकर, 22 अप्रैल : पंजाब सरकार द्वारा अपने तीन वर्ष के कार्यकाल के दौरान अध्यापकों की लंबित मांगों व मुद्दों का उचित हल न करने, तथा 3704 मास्टर व 6635 ईटीटी भर्ती की नई मेरिट सूची से रीकास्ट लिस्ट के नाम पर सैकड़ों अध्यापकों को बाहर करने व तबादलों संबंधी रोष प्रदर्शन करने के लिए डीटीएफ द्वारा गांधी पार्क में बैठक की गई। जिसमें मांगों का उचित समाधान ना होने की स्थिति में 4 मई को शिक्षा मंत्री के गांव गंभीरपुर में किए जाने वाले चेतावनी मार्च तथा लुधियाना (पश्चिम) हलके में चुनाव के दौरान अध्यापकों द्वारा की जाने वाली विशाल राज्य स्तरीय रोष रैली के संबंध में विचार-विमर्श किया गया। यह जानकारी देते हए डीटीएफ के जिला अध्यक्ष सुखदेव डानसीवाल, 4161 मास्टर यूनियन के बलकार सिंह मघानिया व संदीप सिंह गिल, 3704 भर्ती के कुलजीत सिंह तथा 6635 के राजदीप सिंह ने मांग की कि नियुक्ति सूचियों के पुनर्निर्धारण के कारण सूची से बाहर रह गए विभिन्न कैडर के सैकड़ों अध्यापकों की नौकरियां व भविष्य की संभावनाएं पूरी तरह सुरक्षित की जाएं। इस मामले में 3704 संवर्ग को जारी नोटिस को निरस्त करने की भी पुरजोर मांग की गई है। नेताओं ने कहा कि यदि पुनर्नियुक्ति सूची के नाम पर किसी भी अध्यापक की नौकरी को खतरा पैदा किया गया तो अध्यापक उग्र संघर्ष करेंगे। इसके अलावा 6635 ईटीटी, 4161 तथा 2392 मास्टर जो अपने घरों से सैकड़ों किलोमीटर दूर सेवाएं दे रहे हैं, को भेदभावपूर्ण स्टेशन चयन नीति के तहत लाने तथा ईटीटी से मास्टर तथा मास्टर से लेक्चरर व छूट प्राप्त श्रेणियों में पदोन्नत अध्यापकों के लिए बिना शर्त तबादलों का विशेष अवसर देने तथा शेष बचे अध्यापकों के लिए भी ‘जनरल तबादले-2025’ की प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। नेताओं ने मांग की कि पीटीआई और आर्ट एंड क्राफ्ट शिक्षकों के वेतन संशोधन के अनुचित और हानिकारक निर्णय को शुरू से ही खारिज किया जाए । शिक्षक साथी नरेंद्र भंडारी, डॉ. रविंदर कंबोज, ओडीएल शिक्षकों और 7654 हिंदी विषय शिक्षकों के लिए जारी नियमित आदेशों को लंबित रखा जाए। सभी रिक्त स्टेशनों के लिए पक्षपात पूर्ण किया जाना चाहिए। 180 ईटीटी (4500 ईटी वेतनमान पुनः लागू किया जाए, कम्प्यूटर शिक्षकों, 8 को वर्तमान किया जाए, 4161 एवं 3582 के प्रशिक्षण की तिथियों से समस्त वित्तीय एवं अन्य लंबित लाभ वास्तविक रूप से लागू किए जाएं, पुरुष शिक्षकों के लिए 10 एवं 20 वर्ष की सेवा के पश्चात अप्रत्याशित अवकाश में वृद्धि करने के उद्देश्य से अनुबंध आधारित रोजगार को गणना योग्य माना जाए।
इस मौके पर डीटीएफ के प्रदेश संयुक्त सचिव मुकेश कुमार, जगदीप कुमार, जसविंदर सिंह, हंस राज गढ़शंकर और सुनील कुमार, 6635 ईटीटी नेता दविंदर सैनी, वीरपाल कौर, हरविंदर कौर सिमरजीत कौर, बख्शीश सिंह, जसकरण सिंह, इकबाल सिंह भरोवाल, 5994 नेता सुनील बांसल, कुलदीप सिंह, गुरप्रीत सिंह, चमकौर सिंह सतोज, जसविंदर सिंह और बग्गा सिंह आदि मौजूद थे।
फोटो : बैठक दौरान डीटीएफ के जिला अध्यक्ष सुखदेव डानसीवाल, 4161 मास्टर यूनियन के बलकार सिंह मघानिया व संदीप सिंह गिल, 3704 भर्ती के कुलजीत सिंह तथा 6635 के राजदीप सिंह व अन्य।