माता चिंतपूर्णी मेले के दौरान आने व जाने के लिए होंगे अलग-अलग रुट
माता चिंतपूर्णी मेले के दौरान यात्रा के लिए भार ढोने वाले वाहनों का प्रयोग न करें श्रद्धालु: राहुल चाबा
होशियारपुर, 02 अगस्त : 5 अगस्त से 14 अगस्त तक चलने वाले माता चिंतपूर्णी मेले को लेकर जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां कर ली गई है। मेले को सफल बनाने के लिए डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल की पहल पर दो राज्यों का जिला प्रशासन एक मंच पर आया और मेला व्यवस्था को सुचारु ढंग से चलाने के लिए एक दूसरे के साथ चर्चा की।
आज अतिरिक्त डिप्टी कमिश्रर होशियारपुर राहुल चाबा की अध्यक्षता में एस.पी ऊना संजीव भाटिया, एस.पी (आप्रेशन) नवनीत कौर, एस.डी.एम होशियारपुर प्रीतइंदर सिंह बैंस व डिप्टी कमिश्नर ऊना के सहायक कमिश्नर वरिंदर शर्मा के अलावा होशियारपुर व ऊना जिले के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के बीच बैठक हुई। इस दौरान मेले में ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु ढंग से चलाने पर चर्चा हुई। इस दौरान ऊना प्रशासन ने बताया कि होशियारपुर से माता चिंतपूर्णी को जाने वाला रास्ता वन- वे होगा। यानि की श्रद्धालु होशियारपुर से माता चिंतपूर्णी पहले वाले रुट जो कि होशियारपुर- गगरेट- मुकारकपुर से होते हुए माता चिंतपूर्णी जाएंगे लेकिन वापसी माता चिंतपूर्णी से मुबारकपुर, अंब, ऊना से होते हुए होशियारपुर आएंगे। उन्होंने बताया कि दिन के समय में भारी वाहन न भेजे जाएं ताकि जाम के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी न हो।
अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर राहुल चाबा ने कहा कि वन वे होने से ट्रैफिक नियंत्रण आसानी से हो जाएगा और श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि वे मेले के दिनों में प्रशासन द्वारा तय किए गए इसी रुट का पालन करें ताकि उन्हें कोई असुविधा न हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि दो पहिया वाहन से लेकर बड़े वाहन सभी माता चिंतपूर्णी मेले चलने तक इसी रुट का पालन करेंगे। इस दौरान उन्होंने नगर निगम, परिवहन विभाग, रोडवेज विभाग के अधिकारियों को मेले को लेकर सही व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित बनाया जाए कि मेले के दौरान बसों की छतों पर श्रद्धालु न हो। मेले के दौरान डी.जे के लिए प्रशासन की तरफ से कोई आज्ञा नहीं दी जाएगी। लंगर कमेटियों को लाउड स्पीकर के लिए एस.डी. एम से आज्ञा लेना अनिवार्य होगा।
ए.डी.सी ने बैठक के दौरान उन्होंने अलग-अलग विभागों को निर्देश दिए कि मेले के सुचारु संचालन में वे लंगर कमेटियों के साथ तालमेल बनाकर काम करें और यकीनी बनाए कि श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई दिक्कत न आए। उन्होंने सचिव आर.टी.ए को निर्देश दिए कि वे यकीनी बनाएं कि मेले के दौरान कोई भी श्रद्धालु भार ढोने वाले वाहनों (कमर्शियल वाहनों) पर न जाएं क्योंकि इन वाहनों से हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। उन्होंने कहा कि कर्मशियल वाहनों पर श्रद्धालुओं को फट्टे आदि लगाकर बिठाया जाता है, जिससे जहां कानून का उल्लंघन होता है, वहीं किसी गंभीर हादसे का खतरा भी बना रहता है। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान डी.जे पर पाबंदी रहेगी और अगर कोई भी डी.जे चलाता पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने नगर निगम को निर्देश दिए कि लंगर लगाने के दौरान सफाई व्यवस्था बरकरार रखना यकीनी बनाया जाए, ताकि वातावरण दूषित न हो सके। उन्होंने यह भी अपील की कि निर्विघ्न यातायात के लिए संगठनों की ओर से सडक़ पर आकर लंगर न वितरित किया जाए व लंगर के दौरान सिंगल यूज प्लास्टिक(जो बैन हो चुका है) का प्रयोग न किया जाए।
राहुल चाबा ने इस दौरान 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाएं, मोबाइल शौचालय, पुलिस मानिटरिंग, कंट्रोल रुम, ट्रैफिक कंट्रोल व अन्य सुविधाओं संबंधी भी समीक्षा करते हुए संबंधित विभागों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लंगर लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन जरुरी है, इस लिए लंगर कमेटियों की ओर से यह रजिस्ट्रेशन एस.डी.एम. कार्यालय होशियारपुर से करवाई जा सकती है। डी.एस.पी सिटी अमरनाथ ने बताया कि मेले को ध्यान में रखते हुए जिला पुलिस की ओर से दिन के समय 16 नाके व रात के समय 14 नाके अलग-अलग स्थानों पर लगाए गए हैं। इस मौके पर अलग-अलग विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।