चंडीगढ़ : मानसा जेल के 2 सहायक सुपरिंटेंडेंट समेत 6 वार्डनों
को पंजाब के ADGP जेल अरुण पाल सिंह ने ससपेंड कर दिया है। सस्पेंड किये गए अधिकारियोंमें सहायक सुपरिंटेंडेंट जेल मानसा भिवम तेज सिंगला, सहायक सुपरिंटेंडेंट कुलजीत सिंह समेत वार्डन निरमल सिंह, हरप्रीत सिंह, सुखवंत सिंह और हरप्रीत सिंह (बेल्ट नंबर 1405) शामिल हैं।
उलेखनीय है कि मानसा जेल से रिहा कैदी सुभाष अरोड़ा ने जेल में नशे और मोबाइल के इस्तेमाल बारे मीडिया में खुलासा किया था। उसने बताया था कि जेल में बंद रसूखदार और आर्थिक तौर पर मजबूत कैदी जेल अधिकारियों को पैसे देकर नशे समेत हर तरह की सुविधा प्राप्त करते हैं। उसने जेल में मोबाइल के धड़ल्ले से हो रहे इस्तेमाल का भी खुलासा किया था।
जिसके बाद डीआईजी जेल (हेडक्वार्टर) ने कैदी सुभाष कुमार अरोड़ा द्वारा टीवी चैनलों को दी गई इंटरव्यू में लगाए आरोपों की पड़ताल की गई। डीआईजी जेल हेडक्वार्टर की जांच रिपोर4 के आधार पर जेल के सहायक सुपरिंटेंडेंट समेत वार्डरों पर कार्रवाई की गई है।
जिक्रयोग है कि इससे पहले भी पंजाब की जेलों से कैदी नशा और अन्य सामान पहुंचने के वीडियो समेत मोबाइल इस्तेमाल के वीडियो भी वायरल होते रहे हैं। कुछ समय पहले संगरूर जेल में बंद गैंगस्टर आमना का वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में वह अपने बैरक से जेबों में हाथ डालकर बेरोक-टोक आगे बढ़ता दिखाई दिया था। इसके इलावा गोइंदवाल जेल में दो कैदियों की हत्या का वीडियो वायरल पंजाब के जिला तरनतारन की गोइंदवाल जेल से गैंगवार का वीडियो भी खूब वायरल हुआ था। गोइंदवाल जेल में 26 फरवरी को खूनी गैंगवार में 2 कैदी शूटर मनमोहन मोहना और मनदीप तूफान की जेल में हत्या कर दी गई थी। इसके ईलावा फिरोजपुर सेंट्रल जेल, मॉडर्न जेल कपूरथला समेत अन्य कई जेलों से वीडियो, मोबाइल इस्तेमाल और नशे के मामले मामले सामने आते रहे हैं।
लॉरेंस का इंटरव्यू भी हुया था वायरल : हाई सिक्योरिटी मानी जा रही बठिंडा जेल से भी गैंगस्टर लॉरेंस का कथित इंटरव्यू वायरल हुआ था। लेकिन डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने लॉरेंस की दाढ़ी और कपड़ों का हवाला देते हुए यह वीडियो किसी अन्य जेल का बताया था। लेकिन लॉरेंस के इंटरव्यू की दूसरी किस्त में उनका दावा भी झूठा निकला। क्योंकि दूसरे इंटरव्यू में डीजीपी के दावे के मुताबिक ही गैंगस्टर लॉरेंस ने बड़ी दाढ़ी और कपड़े पहने थे।