लुधियाना : मुख्यमंत्री भगवंत मान फिर से पिता बनने वाले हैं। यह जानकारी मान ने खुद गणतंत्र दिवस के अवसर पर लुधियाना स्थित पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी के मैदान में रखे गए प्रशासनिक कार्यक्रम में दी। मुख्यमंत्री मान ने अपने भाषण के दौरान जनता को खुशखबरी देते हुए कहा कि वह पिता बनने वाले हैं। मार्च तक उनके घर में खुशियां आएंगी। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी डॉक्टर गुरप्रीत कौर 7 महीने की प्रेग्नेंट हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यह खुशी सामाजिक तौर पर इसलिए जाहिर की क्योंकि वह प्रदेश की जनता को इस खुशी के जरिए एक संदेश देना चाहते थे। सीएम मान ने बताया कि जब से उनकी पत्नी गर्भवती हुई है, उन्होंने कभी अपनी पत्नी का टेस्ट नहीं करवाया और टेस्ट करवा कर उन्होंने कभी यह जानने की कोशिश नहीं कि उनके घर बेटा आने वाला है या बेटी। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रदेश की जनता को इसके जरिए यह संदेश दिया कि उनके घर में भी अगर कोई बेटी या बेटा जन्म लेता है इससे कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए। बस बच्चा तंदुरुस्त पैदा हो। मान ने कहा-पता नहीं किस वेश में आकर नारायण मिल जाए। पंजाब के सीएम मान ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बन गया है। सभी को वहां जाना चाहिए। हमारी दिवाली, हमारा दशहरा, हमारी लोहड़ी और हमारी वैशाखी साझी है। हम धर्म और जाति की राजनीति नहीं करते। हम काम की राजनीति करते हैं।
पंजाब का इतिहास बहुत बड़ा : नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस के अवसर पर पंजाब की झांकी को शामिल न किए जाने पर भी मुख्यमंत्री ने विरोध जाहिर किया। उन्होंने कहा कि पंजाब ने देश की आजादी से लेकर इतिहास के पन्नों में अपनी अहम भूमिका निभाई है, पंजाब का इतिहास बहुत ही बड़ा और मानयोग है। इस दौरान सीएम ने कहा कि अब तक 97 लाख लोग मोहल्ला क्लीनिक से दवा लेकर ठीक होकर घर जा चुके हैं…अच्छी शिक्षा देने के लिए स्कूल ऑफ एमिनेंस खोले जा रहे हैं…पंजाब में इंडस्ट्री के लिए 65 हजार करोड़ का निवेश आया है…जिससे 2 लाख 98 हजारों लड़के-लड़कियों को रोजगार मिलेगा।
अध्यापकों के साथ-साथ कई जत्थेबंदियों ने विरोध किया : पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री भगवंत मान का अध्यापकों के साथ-साथ कई जत्थेबंदियों ने विरोध किया। कुछ दिन पहले लुधियाना में पक्के करने को लेकर टंकी पर चढ़े अध्यापक शुक्रवार की सुबह ही पीएयू के बाहर पहुंच गए जहां उन्होंने भगवंत मान के खिलाफ प्रदर्शन किया और उन्हें काली झंडियां दिखाई। इसी के साथ-साथ सैनिटेशन और स्वास्थ्य विभाग के मुलाजिमों ने भी मान का विरोध किया। प्रदर्शनकारी अध्यापकों ने कहा कि उनकी काफी समय से मांग है कि उन्हें पक्का किया जाए कुछ अध्यापक पक्के होने से रह गए हैं। कुछ दिन पहले जब वे टंकी पर चढ़े थे तो उन्हें आश्वासन दिया गया था कि सीएम मान के साथ उनकी मीटिंग कराई जाएगी। मगर उनकी कोई भी मीटिंग नहीं करवाई गई और सरकार के मुलाजिमों ने उनके साथ वादा खिलाफी की। इसी तरह सैनिटेशन विभाग और सेहत विभाग ने भी आरोप लगाए कि उनकी मांगों को अनदेखा किया जा रहा है अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानेगी तो संघर्ष और भी तेज किया जाएगा।