मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला को गुजरे हुए दो साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है लेकिन उनके मम्मी-पापा अभी भी इस सदमे से बाहर नहीं आ पाए हैं हालांकि अपने बेटे की कमी को पूरा करने के लिए सिद्धू के माता-पिता ने वो कदम उठाया, जिसके बारे में सोचना आसान नहीं था। उनके पिता 60 वर्षीय बलकौर सिंह और माता 58 वर्षीय चरण कौर ने आईवीएफ की मदद से फिर से मम्मी-पापा बनने का फैसला किया और वो इसमें सफल हुए।
17 मार्च, 2024 को उनके घर में एक बेटे का जन्म हुआ, जिसका नाम उन्होंने शुभदीप रखा है। वो उसे इसे सिद्धू का दूसरा रूप मानते हैं और उनकी ये बात काफी हद तक सही भी निकली क्योंकि अब उन्हें बेटे के जन्म आठ महीने बाद जब बच्चे की फोटो शेयर की तो हर किसी के मुंह से यही निकला कि ‘ ये तो सिद्धू का कार्बन कॉपी है।’
सिद्धू मूसेवाला के इंस्टाग्राम अकाउंट पर उनके पेरेंट्स ने एक फैमिली फोटो शेयर की है. इस तस्वीर में सिंगर के पिता बलकौर सिंह और चरण कौर अपने छोटे बेटे शुभदीप के साथ हैं। शुभदीप बहुत ही क्यूट लग रहे हैं, उन्हें जींस-शर्ट के साथ गुलाबी पगड़ी पहनी हुई है और वो मुस्कुरा भी रहे हैं, मां-पापा- और बच्चे की ये तस्वीर निसंदेह बहुत ज्यादा अच्छी है।
‘हम हमेशा वाहेगुरु के हम पर उनकी असीम कृपा के लिए ऋणी रहेंगे’ : इस फोटो के साथ बलकौर सिंह ने एक बहुत ही भावुक पोस्ट भी शेयर की है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि ‘उन आँखों में एक अनोखी गहराई है, जो हमारे जीवन की हर सच्चाई को समझती है। चेहरे की मासूमियत और शब्दों से परे, एक अनमोल चमक है, जो हमें हमेशा यह एहसास कराती है कि जिस चेहरे को हमने कभी आंसू भरी आँखों से ईश्वर को सौंपा था, वह अब ईश्वर की कृपा और सभी भाइयों और बहनों की प्रार्थनाओं से धन्य होकर एक छोटे रूप में हमारे पास लौट आया है। हम हमेशा वाहेगुरु के हम पर उनकी असीम कृपा के लिए ऋणी रहेंगे।’
इनकी फोटो इस वक्त सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। लोग जूनियर मूसेवाले को दिल खोलकर दुआएं दे रहे हैं। आपतो बता दें कि इस वक्त जूनियर सिद्धू सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने हुए हैं। मालूम हो कि सिद्धू मूसे वाला, पंजाबी संगीत उद्योग के सबसे बड़े नामों में से एक थे। अपनी आवाज़, शैली और अपने गीतों के माध्यम से उन्होंने न केवल पंजाबी संगीत बल्कि समग्र संगीत जगत में अपनी अनूठी पहचान बनाई।
मूसा गांव में जन्मे सिद्धू को गाने का शौक़ बचपन से ही था
उनका जीवन एक प्रेरणा है,11 जून 1993 को पंजाब के मूसा गांव में जन्मे सिद्धू को गाने का शौक़ बचपन से ही था। सिद्धू ने अपनी शिक्षा की शुरुआत सरकारी स्कूल से की और बाद में वह गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज, लुधियाना में दाखिल हुए। यहाँ पर ही उन्होंने संगीत के प्रति अपने जुनून को महसूस किया और अपने गीतों की शुरुआत की थी।