गढ़शंकर : मानवता के मद्देनजर कैप्टन ओमप्रकाश का मृतक शरीर मरणोपरांत उनके परिजनों ने रिसर्च के लिए राजिंदरा मेडिकल कालेज पटियाला को सौंप दिया। कैप्टन की पुत्रवधू प्रवीण कुमारी, पौत्र राज कुमार व अनुज कुमार और पारवारिक सदस्यों मनजीत पाल सिंह व प्रेम कुमार ने उनका शरीर सरकारी राजिंदरा मेडिकल कालेज पटियाला को रोटरी क्लब आई बैंक और कोर्निया ट्रांसप्लांट सोसाइटी होशियारपुर की मध्यस्थता से रिसर्च के लिए सौंपा ।
इस अवसर पर कैप्टन के परिजन, रिश्तेदार व गांव के लोग भी उपस्थित थे। सोसाइटी के चैयरमेन जे. बी. बहल, डॉ तरसेम सिंह, कैशियर मदनलाल महाजन, जसवीर सिंह, सिविल अस्पताल गढ़शंकर के एसएमओ डॉ रमन कुमार भी उपस्थित थे। डॉ तरसेम सिंह ने लोगों को मरणोपरांत शरीर दान करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि एक व्यक्ति की आंखे दी लोगों की जिंदगियो को रोशन कर सकती है। उन्होंने कहा के कैप्टन ओमप्रकाकश इतनी दिली इच्छा था कि हर 4 से 5 महीने बाद कॉल करते थे के आपने अपना मोबाइल नंबर तो बदल ना लिया हो क्योंकि मुझे हर हालत में शरीर दान करना ही है। उन्होनें कहा के कैप्टन ओमप्रकाश अपनी पुत्रवधू का भी शरीर दान करने के खुद फॉर्म भरा कर वसीयत बनवाई थी।
एसएमओ डॉ रमन कुमार ने कैप्टन ओमप्रकाश के परिजनों का धन्यवाद किया। जे. बी. बहल ने लोगों से कहा कि अगर कोई व्यक्ति पुतलियों की बीमारी से पीड़ित हैं तो वह संस्था से संपर्क करें। मदन लाल व कैप्टन की पुत्रवधू प्रवीण कुमारी ने लोगों से अपना शरीर व आंखे दान करने के लिए प्रेरणा दी। उन्होंने बताया कि कैप्टन ओमप्रकाश ने 2005 में अपना शरीर रिसर्च के लिए दान करने के लिए वसीयत बनाई थी। इस गांव में काफी संख्या में लोगो ने शरीर दान की वसीयत बनाई है।
मृतक शरीर मरणोपरांत राजिंदरा मेडिकल कालेज पटियाला को रिसर्च के लिए सौंपा : कैप्टन ओमप्रकाश का मृतक शरीर रोटरी क्लब आई बैंक और कोर्निया ट्रांसप्लांट सोसाइटी होशियारपुर की मध्यस्थता परिजनों ने सौंपा
Jun 23, 2023