एएम नाथ। कांगड़ा : टांडा मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामले में सीनियर ट्रेनी डॉक्टरों पर रैगिंग के आरोप लगे है। एंटी रैगिंग कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर कॉलेज प्रबंधन ने चार छात्रों अरूण सूद (एमबीबीएस बैच-2019), सिद्धांत यादव (एमबीबीएस बैच-2019), रागवेंद्र भारद्वाज (एमबीबीएस बैच- 2022) और भवानी शंकर (MBBS बैच-2022) को निष्कासित कर दिया है। इसकी पुष्टि कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. मिलाप ने की है।
डॉ. मिलाप ने बताया कि रैगिंग में शामिल 2 स्टूडेंट्स को एक-एक साल के लिए निष्कासित किया गया है और उन्हें 1-1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है, जबकि दो अन्य छात्रों को 6 महीने के लिए निष्कासित किया गया। इन पर 50-50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। सभी को 7 दिन के अंदर जुर्माना जमा करने को कहा गया है।
टांडा मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का यह मामला 5 जून का है। 6 जून को हॉस्टल वार्डन के माध्यम से इसकी सूचना कॉलेज प्रशासन को मिली। इसी दिन यह मामला एंटी रैगिंग कमेटी को जांच के लिए दिया गया। जिसके बाद मंगलवार सुबह कॉलेज प्रशासन ने इस मामले में दोषी पाए गए चारों छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की।
टांडा मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के चार सीनियर ट्रेनी पर जूनियर छात्रों ने रैगिंग के आरोप लगाए थे। इन आरोपों पर कलेज की एंटी रैगिंग कमेटी ने जांच शुरू की। जांच में जूनियर छात्रों द्वारा लगाए आरोप सही पाए गए। इसके आधार पर कार्रवाई की गई। हालांकि रैगिंग में जूनियर छात्रों के साथ क्या किया गया, इसके बारे में कॉलेज प्रबंधन ने जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। डॉ. मिलाप ने बताया कि दोषी छात्रों पर नियमों के तहत कार्रवाई की गई है। कॉलेज में किसी भी तरह के अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुलिस को भी सूचित कर दिया गया है।