होशियारपुर/दलजीत अजनोहा : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा शताब्दी उत्सव आज बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला संघ चालक श्रीमान अशोक चोपड़ा जी ने की। ध्वज प्रणाम और शस्त्र पूजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ, जिसके उपरांत देशभक्ति गीत एवं अमृत वचन प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि कर्नल मलूक सिंह एवं माननीय श्रीमान नरेंद्र जी (प्रांत प्रचारक) उपस्थित हुए। अपने संबोधन में कर्नल मलूक सिंह जी ने कहा कि जिस प्रकार भारतीय सेना निस्वार्थ भाव से सीमा पर रहकर देश की रक्षा करती है, उसी प्रकार स्वयंसेवक भी समाज में रहकर राष्ट्र सेवा में समर्पित रहते हैं।
प्रांत प्रचारक माननीय नरेंद्र जी ने अपने उद्बोधन में राष्ट्रीय संघचालक डॉक्टर मोहन भागवत जी द्वारा बताए गए पाँच बिंदुओं – स्वदेशीकरण, खेती-बाड़ी, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण तथा धार्मिक समरसता – को आत्मसात करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह पाँच स्तंभ आज भी समाज-निर्माण और राष्ट्र-निर्माण की दिशा तय करते हैं।
संघ के इतिहास का स्मरण कराते हुए उन्होंने कहा कि 1925 में डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार जी द्वारा नागपुर में स्थापित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अनुशासन, राष्ट्रप्रेम और सांस्कृतिक एकता के आधार पर अपनी यात्रा शुरू की थी और आज 2025 में शताब्दी पर्व मनाते हुए भी संघ का लक्ष्य वही है – राष्ट्र की सेवा और राष्ट्र का उत्थान।
उन्होंने आगे कहा कि यह संघ की सबसे बड़ी उपलब्धि है कि 100 वर्षों के बाद भी उसके मूल उद्देश्यों और संकल्पों में कोई कमी नहीं आई है, बल्कि समय के साथ समाज-जीवन के हर क्षेत्र में उसकी उपयोगिता और स्वीकार्यता और अधिक प्रबल हुई है।