पटियाला : पटियाला जेल में बंद बलवंत सिंह रोजाआणा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी है। इसमें राजोआणा ने संसद में अमित शाह के बयान की निंदा की और इसे सिख कौम व पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से व्यक्त की गई भावनाओं का अपमान बताया है। केंद्रीय गृह मंत्री को संबोधित करते राजोआणा ने लिखा है कि आपकी सरकार संसद में महिलाओं के सम्मान की बड़ी-बड़ी बातें करती है। महिलाओं के खिलाफ होने वाले घिनौने अपराधों के लिए सख्त से सख्त कानून बनाने की बातें करती हैं। हकीकत में महिला पहलवानों का शारीरिक शोषण करने वाले बृजभूषण जैसे व्यक्ति का साथ दिया जा रहा है।
यही नहीं बिलकिस बानो के गुनाहकारों को रिहा कर दिया गया है। दुष्कर्म करने के दोषी डेरामुखी राम रहीम को हर चुनाव से पहले पैरोल पर रिहा किया जाता है। आपकी पार्टी के नेताओं की ओर से राम रहीम को सरकारी समागमों का मुख्य मेहमान बनाया जाता है। वहीं दूसरी तरफ वह सच की राह पर चले और सिखों के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ी। पिछले 28 सालों से वह जेल में बंद हैं। उनकी फांसी की सजा माफ करने की याचिका बीते 12 सालों से लंबित है। इस पर फैसला न लिया जाना केंद्र सरकार की भेदभाव पूर्ण नीतियों को दर्शाता है। राजोआणा ने चिट्ठी में गृह मंत्री से उनकी सजा माफी की याचिका पर जल्द फैसला लेने की अपील की है। मंगलवार को जेल में राजोआणा से मिलने उनकी बहन कमलदीप कौर पहुंची थीं। बता दें कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या मामले में बलवंत सिंह राजोआणा को फांसी की सजा हो चुकी है।