गढ़शंकर, 10 फरवरी : पंजाब कर्मचारी एवं पेंशनर संयुक्त मोर्चा पंजाब के निमंत्रण के तहत पंजाब कर्मचारी एवं पेंशनर संयुक्त मोर्चा के संगठन द्वारा संयुक्त रूप से गांधी पार्क गढ़शंकर में एकत्र होकर और शहर में रोष मार्च कर प्रदर्शन किया। जय कृष्ण सिंह रौड़ी के घर की ओर मार्च कर पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कर्मचारी एवं पेंशनर संयुक्त मोर्चा के प्रदेश संयोजक सतीश राणा, मोर्चा के जिला अध्यक्ष मक्खन वाहिदपुरी एवं डीएमएफ नेता मुकेश गुजराती एवं सुखदेव डानसीवाल, पेंशनर नेता प्रिंसिपल प्यारा सिंह, वन कर्मचारी नेता अमरीक सिंह, एंटक नेता हशमत अली, आंगनवाड़ी नेता बीबी शर्मीला रानी, पेंशनर नेता सरूप चंद, बलवंत राम और जीत राम बगवाईं ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने सत्ता में आने से पहले कर्मचारियों से जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं किए जा रहे हैं, बल्कि पहले से मिल रही सुविधाओं में भी कटौती की जा रही है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों, मिड-डे मील वर्कर, आशा वर्कर, आंगनवाड़ी वर्कर, स्कूलों में भर्ती सफाई कर्मचारी और चौकीदार आदि पर न्यूनतम वेतन लागू किया जाए। विभिन्न प्रकार के कच्चे और आउटसोर्स कर्मचारियों को पक्का किया जाए। पुरानी पेंशन योजना को निरस्त कर लागू करना, परख काल अवधि संबंधी दिनांक 15-01-2015 की अधिसूचना को रद्द करना, 17 जुलाई 2020 के बाद भर्ती हुए कर्मचारियों पर पंजाब वेतनमान लागू करना, बंद किए ग्रामीण और सीमावर्ती क्षेत्र भत्ते और एसीपी सहित कुल 37 भत्ते व एसीपी बहाल करने, महंगाई भत्ते की रोकी गई दो किश्तें और पिछला सारा बकाया जारी करने की मांग की गई। इन मांगों को नजरअंदाज करने के खिलाफ कर्मचारियों में विरोध की लहर है, जिसका इजहार वहां मौजूद कर्मचारियों ने जोरदार नारे लगाकर किया।
इसके बाद कर्मचारी पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हलका विधायक और विधानसभा के डिप्टी स्पीकर जय किशन सिंह रौड़ी के आवास की ओर जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही पहुंच कर डिप्टी स्पीकर जय कृष्ण रौड़ी ने मांग पत्र प्राप्त किया और डिप्टी स्पीकर ने कर्मचारियों की मांगों पर सहमति जताते हुए इन मांगों को पंजाब सरकार के पास भेजकर समाधान कराने और मुख्यमंत्री से बैठक कराने का आश्वासन दिया। इस समय विभिन्न संगठनों के नेता बलवीर खानपुरी, सतपाल सिंह कलेर, शाम शुंदर, रामजी दास चौहान, हंसराज गढ़शंकर, जरनैल सिंह, नरिंदर जनोहा, हरभजन सिंह, सतपाल मिन्हास, विनोद कुमार, सतपाल लट्ठ, जोगिंदर थांदी, रमन कुमार, गुरनाम सिंह हाजीपुर, परवीन कुमार, गुरमीत, शिंगारा राम भज्जल, जगदीश सिंह, परमजीत पठलावा, बलदोधर राणा, कमला देवी, राज रानी आदि मौजूद थे।