मोहाली :
बिल्डरों द्वारा लूटे गए लोगों के समर्थन में आवाज़ बुलंद करते हुए सांसद मनीष तिवारी ने एसएएस नगर में काम कर रहे बड़े बिल्डरों की जांच की मांग की है। दिन में पहले किए गए एक ट्वीट में बिल्डरों को ’रीयल शार्क’ बताते हुए, उन्होंने उन बिल्डरों की गहन जांच करने की मांग की जिन्होंने खरीदारों के साथ किए गए अपने वादों को पूरा नहीं किया है। इनमें वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने लोगों से पैसा लेकर अभी तक अपने प्रोजेक्ट भी शुरू नहीं किए हैं। उन्होंने विशेष जांच दल (एसआईटी) से पीड़ित घर/अपार्टमेंट मालिकों से शिकायतें आमंत्रित करने के लिए एक सार्वजनिक नोटिस जारी करने का आह्वान किया। आज यहां जारी एक प्रैस बयान में तिवारी ने कहा, “धोखा देने वाले बिल्डरों और रीयलटरों के साथ तेजी से निपटने के लिए यह जरूरी है कि उनके विरूद्ध जल्द और प्रभावी कार्रवाई की जाए; हमें लोगों के एक-एक करके सामने आने का इंतजार नहीं करना चाहिए, बल्कि एसआईटी को सार्वजनिक नोटिस के माध्यम से सभी शिकायतों को सक्रिय रूप से आमंत्रित करके चालाक बिल्डरों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए”। तिवारी ने कहा कि मूलभूत सुविधाओं का अभाव, सेवा में कमी, कब्जे में देरी, झूठे वादे, निर्धारित अवधि में परियोजनाओं को पूरा करने में विफलता आदि रियल्टरों द्वारा लोगों की मेहनत की कमाई को लूटने के कुछ प्रमुख उदारहण हैं। उन्होंने कहा कि वह आगे भी सभी मंचों पर इस मुद्दे को उठाना जारी रखेंगे ताकि भोले-भाले खरीदारों को न्याय मिल सके। मनीष तिवारी ठगे गए खरीदारों के लिए न्याय सुरक्षित करने के लिए रियल एस्टेट माफिया के खिलाफ आवाज उठाते आ रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप मामले की जांच के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मोहाली द्वारा एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। उनके प्रयास से जिले के आसपास के क्षेत्रों में अनाधिकृत कॉलोनियां काटने वाले बहुत से बिल्डरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने में प्रभावी साबित हुए हैं।
इस बीच, मनीष तिवारी ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मोहाली, खरड़ और न्यू चंडीगढ़ क्षेत्रों में रियल एस्टेट माफिया, जिन्होंने लोगों को प्लॉट बेचकर अपने वादे पूरे नहीं किए, के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी आग्रह किया है।