नवांशहर। एक्साइज व टेक्सेशन विभाग पंजाब के अधिकारियों व कर्मचारों ने विजिलेंस ब्यूरो द्वारा हाल ही में दर्ज किए गए दो मामलों के विरोध में रोष स्वरूप सोमवार को कलम छोड़ हड़ताल की गई। कलम छोड़ हड़ताल के दौरान टैक्स जांच से संबंधित कोई भी कार्य नहीं किया गया तथा न ही सड़कों पर टैक्स संबंधी वाहनों की चैकिंग की गई। हड़ताल के दौरान मुलाजिमों को संबोधित करते हुए इंस्पैक्टर सुरजीत सिंह ने कहा कि विजिलेंस ब्यूरो द्वारा गैर-कानूनी तौर पर टैक्स क्लैक्शन से संबंधित कामकाज को प्रभावित किया जा रहा है और दहशत का माहौल बनाया जा रहा है। ऐसे माहौल में कोई भी अधिकारी-कर्मचारी काम नहीं करना सकता। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 8 नवंबर तक उनकी मांगों पर सरकार द्वारा ध्यान न दिया गया तो पूरा विभाग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चला जाएगा। राजस्व को होने वाले नुकसान की जिम्मेदारी विजिलेंस ब्यूरो व सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि राज्य में टैक्स कलेक्शन का काम बहुत ही बढ़िया तरीके से किया जा रहा है और इसी का नतीजा है कि राज्य में जीएसटी कलेक्शन पिछले वर्षों के मुकाबले कहीं ज्यादा वसूल हो पाया है, लेकिन इस सबके बावजूद बे-वजह व गैर-कानूनी तरीके से विजिलेंस ब्यूरो टैक्स अधिकारियों पर दहशतजदा करने वाला दबाव बना रही है। संगठनों का आरोप है कि टैक्स चोरी रोकने के लिए भरसक प्रयास कर रहे पंजाब के टैक्स अधिकारियों द्वारा की जा रही सख्ती को कम करने के लिए यह बड़े टैक्स चोरों द्वारा विजिलेंस के साथ मिलीभगत करके एक्साइज विभाग के अधिकारियों का हौसला तोड़ने की कार्रवाई है, जिस पर सरकार को तुरंत एक्शन लेना चाहिए। संगठनों ने मांग की है कि एसएएस नगर और बठिंडा में विजिलेंस ब्यूरो द्वारा दर्ज की गई उक्त दोनों एफआईआर को रद्द किया जाए और इन दोनों एफआईआर को दर्ज करने वाले विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। मौके पर सेल टैक्स अफसर आबकारी राज कुमार, इंस्पेक्टर रमन शर्मा, इंस्पेक्टर भुपिंदर, सीनियर स्टेनो परमिंदर कुमार, क्लर्क सिमरन जीत व क्लर्क इंदू रानी आदि मौजूद रहे।
विजिलेंस ब्यूरो ने मोहाली व बठिंडा में दर्ज की हैं दो एफआईआर :
उन्होने कहा कि 4 नवंबर को विजिलेंस द्वारा मोहाली में एक एफआईआर दर्ज कर 4 ट्रकों को पकड़ा है और इसमें टैक्स अधिकारियों की मिलीभगत होने का आरोप लगाया गया है। उनका कहना है कि यह सब कुछ असल में जीएसटी वसूली को ऊंचाई तक पहुंचने वाले मेहनतकश स्टाफ को बदनाम करने व उनका हौसला कम करने की कार्रवाई है। संगठनों ने दावा किया कि इससे पहले बठिंडा में भी ऐसी ही दर्ज की गई एफआईआर असल में विजिलेंस ब्यूरो द्वारा अपनी शक्तियों का दुरुपयोग है क्योंकि टैक्स चोरी से संबंधित मामले में किसी व्हीकल के दस्तावेजों व टैक्स दस्तावेजों की जांच करने का अधिकार सिर्फ एक जीएसटी अधिकारी को है, न कि विजिलेंस ब्यूरो को।