एएम नाथ। शिमला : मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शिमला में प्रेसवार्ता कर कहा कि देश के प्रधानमंत्री से हिमाचल के हितों के संदर्भ में बात की। उन्होंने कहा कि तुर्की के सेब की मार इस बार हिमाचल के बागवानी पर नहीं पड़ेगी।
उन्होंने कहा कि बीते दिनों की घटनाओं में विमल नेगी के देहांत के बारे में कहा कि उनके परिवार को न्याय मिलना चाहिए। इसकी पूरी जांच की जा रही है।
उनके निधन पर तरह तरह की बातें उठी तो देशराज को सस्पेंड किया और MD मीणा को तुरंत पद से हटा दिया। इस मामले पर भाजपा ने राजनीति शुरू कर दी।
अब सवाल ये कि विधानसभा सत्र के समय ये बात उठी तो ओंकार शर्मा के नेतृत्व में जांच बिठाई गई। फिर जयराम ठाकुर ने फिर भी सवाल उठाए। उन्हें विमल नेगी मामले में रुचि नहीं थी केवल राजनीति करनी थी। जगत नेगी के आग्रह पर इस मामले में FIR दर्ज की गई। जांच शुरू हुई तो भाजपा नेता बार बार पेखुवाला प्रोजेक्ट पर जिक्र करने लगे। 15 अप्रैल के कार्यक्रम में राजेश धर्माणी किन्नौर दौरे पर उनसे संपर्क करते रहे लेकिन सभी परिवारजन बाहर थे और संपर्क नहीं हुआ। तभी भाजपा नेता सुरत नेगी ने मीडिया ट्रायल के जरिए प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार की बात उठाई। और विमल नेगी की मौत को इसके साथ जोड़ने की कोशिश की गई।
जब इस बारे में पता किया तो विमल नेगी 15 जून 2024 को पावर कारपोरेशन में ज्वाइन करते हैं। 9 माह में इसी क्या प्रताड़ना हुई कि वे आत्महत्या करें। जब जांच में पता चला कि एक जुलाई 2024 को एंजाइटी की मेडिसिन खाना शुरू कर दिया था। किस तरह का दबाव था इसकी जांच जरूरी थी और गहनता से जांच के आदेश दिए तो उनका परिवार हाईकोर्ट चला गया और CBI जांच मांगी। अगर मुझसे कहते तो उन्हें जवाब देते। केवल भाजपा की राजनीति का शिकार होकर मीडिया ट्रायल करने लगे। जब अलग अलग रिपोर्ट आई तो परिवार को शक होना था। रिपोर्ट देने वाले सत्य नहीं बता रहे थे।
पुलिस जांच में एक पेन ड्राइव का पता चला तो एक अधिकारी दूसरे से बात कर रहा है। फोरेंसिक जांच में रिट्रीव हुआ। इसकी जानकारी हाईकोर्ट में दी जा रही थी। और पुलिस अधिकारियों की खींचातानी में DGP ने भी एक एफीडेविट दाखिल किया। उन्होंने सीएम से बात की थी और SIT को बदलने की मांग की।लेकिन हमने मना किया क्योंकि भाजपा नेता इस मामले में राजनीति कर रहे थे। वे परिवार के लिए न्याय नहीं मांग रहे थे। इससे अच्छा हम खुद इसे CBI को दे देते हैं। ताकि परिवार को न्याय मिले। गलत करने वालों को बख्शेंगे नहीं। AG कहते हैं कि उन्हें इस बात का पता ही नहीं। अब स्थिति ये की तीन अलग अलग रिपोर्ट आई।
ACS ओंकार शर्मा ने अपनी रिपोर्ट सीएम को दी। जिस पर पूछा कि क्या जिन पर आरोप लगे हैं उनसे पूछा गया। तो AG से ओपिनियन मांगा तो उनसे पूछा नहीं गया।
रिपोर्ट में विपिन गुलेरिया और एक दो लोगों ने देशराज और मीणा पर आरोप लगाए और 32 मेगावाट पेखुवाला प्रोजेक्ट का जिक्र था। आरोप लगाने वाला प्रोजेक्ट का हेड था। अप्रैल में प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया आग 15 अप्रैल 2024 को पूर्ण हो गया और हेड अगस्त 2024 तक था। इस पर कानूनी राय ली गई। आरोप लगाने वाले की सत्यता का पता लगाओ।
भ्रष्टाचार पर चर्चा दिसंबर में आई।भाजपा नेताओं ने पेखुवाला प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। भाजपा ने इस पर भी झूठ बोला। कल जयराम ठाकुर ने प्रेसवार्ता में इस मुद्दे पर बात की लेकिन तथ्यों पर बात नहीं की। विधानसभा में दस्तावेज सत्यता के साथ रखे जाते हैं और झूठ बोलने वाले पर विधानसभा अध्यक्ष कार्रवाई कर सकते है।
विपिन गुलेरिया ने जिन पर आरोप लगाए उन्हें भी अपनी बात रखने का मौका मिलना चाहिए था।
भाजपा विमल नेगी की मौत पर राजनीति पर अपना स्वार्थ साध रही है और परिवार के लिए न्याय की चर्चा ही नहीं। जबकि सरकार उनके साथ हमेशा रहेगी।
बार बार मीडिया ट्रायल कर वो लोग भ्रष्टाचार की बात कर रहे है जिनके मंत्रियों के भ्रष्टाचार के कागज उनके पास हैं।
हर्ष महाजन विधायक खरीद कर सांसद बने। जब कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन बने तो भ्रष्टाचार के आरोप लगे। वो भ्रष्टाचार की बात कर रहे है जो आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे हैं। झूठ का सामना सच्चाई से होता है। बार बार झूठ बोलने से सच साबित नहीं होता। जयराम को वास्तविकता के साथ तथ्यों के साथ बोलना चाहिए।
कोई भी अधिकारी अनुशासनहीनता करता है तो सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी।
अब हाईकोर्ट ने CBI जांच के आदेश दिए सरकार इंकार नहीं करेगी। इसके लिए अपील नहीं की जाएगी।
इसमें हिमाचल का कोई अधिकारी जांच में नहीं रहेगा, हाईकोर्ट की इस टिप्पणी को स्वीकार नहीं करेंगे। इसी टिप्पणी से बचना चाहिए। हाईकोर्ट में भी कितने जज हिमाचल के हैं। कानून की अनुपालन करना हमारा दायित्व है। CBI जो मदद मांगेगी हम करेंगे। जयराम के या किसी के पास भी कोई कागज है तो CBI को दें। प्रदेश को लूटने नहीं देंगे।
महज झूठ बोलने से झूठ सच नहीं हो जाता। ये विपक्ष की भी जिम्मेदारी बनती है कि विमल नेगी की पत्नी को न्याय मिले। जो भ्रष्टचार की बात भाजपा नेता कर रही है वह भी दस्तावेज CBI को दें। केंद्र में भाजपा की सरकार है प्रदेश का कोई नहीं है।
कोई अपील नहीं की जाएगी। लेकिन जो साजिश और षडयंत्र का जवाब है उसका जवाब प्रदेश की जनता देगी।