चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने घोषणा की है कि राज्य सरकार किसान आंदोलन के दौरान खनौरी बॉर्डर पर गोलीबारी के दौरान मारे गए युवा किसान शुभकरण के हत्यारों को सलाखों के पीछे डालने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस युवक की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दिलाई जाएंगी। सीएम मान ने अफसोस जताया कि जब वह केवल अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग कर रहे थे तो उन्हें ‘घृणित लहजे’ का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि इस जघन्य अपराध के लिए जिम्मेदार व्यक्ति किसी भी तरह की नरमी के पात्र नहीं हैं और उन्हें उनके अपराध के अनुरूप सजा दी जाएगी।
सीएम मान ने कहा कि जांच के बाद इस युवक की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और अनुकरणीय सजा सुनिश्चित की जाएगी। सीएम मान ने कहा कि इस कठिन समय में भी राज्य सरकार पंजाब के अन्नदाताओं के साथ खड़ी है, जिनकी राह में पंजाब विरोधी ताकतें बाधाएं डाल रही हैं ताकि वे अपनी जायज मांगों के लिए शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में न जा सकें। उन्होंने कहा कि पंजाबियों ने देश की आजादी, देश को खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर बनाने और देश की सीमाओं की रक्षा करने में अतुलनीय योगदान दिया है, लेकिन इसके बावजूद पंजाबियों को निशाना बनाया जा रहा है, जो सरासर अन्याय और बदमाशी है।
बता दें, दिल्ली की ओर मार्च कर रहे किसानों पर फायरिंग के दौरान सिर में गोली लगने से बठिंडा के बल्लो गांव के 20 वर्षीय किसान शुभ करण सिंह की मौत हो गई थी। यह युवा किसान शुभ करण सिंह केवल तीन एकड़ जमीन का मालिक था और तीन-चार दिन पहले किसान आंदोलन में खनुरी पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर गया था। शुभकरण सिंह अपनी दो बहनों का इकलौता भाई था। इस घटना की पुष्टि भारतीय किसान यूनियन एकता मालवा के पंजाब उपाध्यक्ष गुरविंदर सिंह बालो ने की है और किसान नेताओं ने पंजाब सरकार से मांग की है कि मृतक युवा किसान के परिजनों को मुआवजा दिया जाए और उनका कर्ज माफ किया जाए, जिसके बाद सीएम मान ने मृतक युवा किसान शुभकरण सिंह के परिवार को 1 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद और उनकी छोटी बहन को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया।