नई दिल्ली: शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री रहे सिकंदर सिंह मलूका की बहू पूर्व आईएएस अधिकारी ने पिछले दिनों भाजपा में जॉइन करना था लेकिन उनका त्यागपत्र मंजूर न होने के कारण जॉइनिंग का मामला बीच में अटक गया था। लेकिन अब वह भगवा रंग में रंग गई हैं। बता दें कि जब अकाली नेता सिकंदर सिंह मलूका शिक्षा मंत्री थे उस वक्त परमपाल कौर उन्हीं के विभाग में डायरेक्टर के पद कर थी। परमपाल कौर मलूका पूर्व आईएएस अधिकारी हैं जिन्होंने कुछ दिन पहले अपना इस्तीफा दे दिया था। लेकिन पंजाब सरकार ने अभी तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है। भाजपा में IAS अधिकारी परमपाल कौर के भाजपा में शामिल होते ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी ट्वीट किया है और तंज कसा है कि IAS अधिकारी के नौकरी छोड़ने के भी कुछ नियम होते हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने ट्वीट में कहा है कि परमपाल कौर IAS अधिकारी का इस्तीफा अभी तक मंजूर नहीं किया गया है। बीबा जी, IAS अधिकारी बनने की जितनी जल्दी थी, लेकिन नौकरी छोड़ने के कोई तौर तरीके होते हैं। कृपा करके इस्तीफा देने के तौर तरीके समझो। नहीं तो सारी जिंदगी की कमाई खतरे में पड़ सकती है।
बताया जा रहा है कि परमपाल कौर मलूका लोकसभा चुनाव से पहले पंजाब की बठिंडा सीट के लिए प्रबल दावेदारों में से हैं। यह भी पता चला है कि परमपाल कौर के पति गुरप्रीत सिंह मलूका और अकाली नेता के बेटे सिकंदर सिंह मलूका शिअद से काफी नाराज थे क्योंकि शिअद ने उन्हें 2022 के विधानसभा चुनाव में रामपुरा फूल से टिकट नहीं दिया था।
परमपाल कौर मलूका : परमपाल कौर मलूका ने राज्य सेवा आयोग द्वारा आयोजित BDPO की प्रवेश परीक्षा में टॉप किया और BDPO के रूप में नियुक्त होने वाली पंजाब की पहली महिला थीं। एमएससी एमफिल (जूलॉजी) परमपाल कौर शिअद नेता और पूर्व मंत्री सिकंदर सिंह मलूका की बहू हैं।
इस्तीफा पंजाब सरकार ने अभी तक मंजूर नहीं किया : मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने ट्वीट में कहा है कि परमपाल कौर IAS अधिकारी का इस्तीफा अभी तक मंजूर नहीं किया गया है। बीबा जी, IAS अधिकारी बनने की जितनी जल्दी थी, लेकिन नौकरी छोड़ने के कोई तौर तरीके होते हैं। कृपा करके इस्तीफा देने के तौर तरीके समझो। नहीं तो सारी जिंदगी की कमाई खतरे में पड़ सकती है।