होशियारपुर (आदित्य बख्शी) देश विदेश में सूफियाना व पंजाबी संस्कृति को संगीत के माध्यम से पिरोने वाले प्रसिद्ध पंजाबी गायब सतिंदर सरताज के सुरों से होशियारपुर झूम उठा। समां था लाजवंती स्टेडियम में आयोजित ‘विरसा होशियारपुर दा’ मेले में सतिंदर सरताज नाइट का। होशियारपुर ही नहीं आस -पास के जिलों से भी लोग अपने इस चहेते गायक को सुनने व उसकी झलक पाने के लिए उमड़ पड़े। पूरा स्टेडियम सरताज के प्रशंसकों से भरा पड़ा था।
संगीतमयी शाम में मेहमान के तौर पर मुख्य मंत्री पंजाब भगवंत मान की धर्मपत्नी डा. गुरप्रीत कौर, कैबिनेट मंत्री ब्रम शंकर जिंपा ने कहा कि सतिंदर सरताज की गायकी अपने आप में पंजाबी विरासत को समेटे हुए है। उन्होंने जिला प्रशासन की ओर से आयोजित ‘विरसा होशियारपुर दा’ व संगीतमयी शाम के आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे समारोह नौजवानों को उनकी अमीर विरासत से जोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि मेले में जिले के हुनरमंद व्यक्तियों के लिए अपनी वस्तुएं बेचने का एक अच्छा प्लेटफार्म है। इस दौरान उनके साथ डिप्टी स्पीकर पंजाब विधान सभा जय कृष्ण रोड़ी,
ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश दिलबाग सिंह जौहल, विधायक कर्मवीर सिंह घुम्मण, जिला योजना कमेटी की चेयरपर्सन कर्मजीत कौर, मेयर सुरिंदर कुमार, डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल, एस.एस.पी सरताज सिंह चाहल, पंजाब एस. सी वित्तिय कार्पोरेशन व भूमि विकास के चेयरमैन हरमिंदर सिंह, ज़िला प्रधान आप गुरविंदर सिंह पाबला, आप के लोक सभा इंचार्ज हरविंदर सिंह बक्शी भी मौजूद थे।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री श्री ज़िम्पा ने कहा कि संस्कृति व लोक कलाओं को होशियारपुर के इस विरसा मेले के दौरान देखा जा सकता है।
सतिंदर सरताज ने जैसे ही ‘मैं ते सज्जण इक्को-मिक्के, दस्सो जी हुण की लिखिए’ से संगीतमयी शाम की शुरुआत की तो पूरा स्टेडियम तालियों से गूंज उठा। इसके बाद किते नी तेरा रुतबा घटदग, कागजां दा सांभ लई थब्बा, साईं वे साडी फरियाद, सज्जण राजी हो जवे फेर वी, तेरे वास्ते ओ सज्जणा पीडां असी हंडाया, मेरे रश्के कमर, औखे सौखे हो के जदो भेजिया सी मांपिया ने, किते बड़े गुनाह मैं हुण आप हां शर्मिंदा, रुहा वाला गीत, नीलामी किती इश्के दी मेहरमा वे कहि के बिस्मिल्ला गीतों पर खूब तालियां बटोरी। इस दौरान उन्होंने दर्शकों का उत्साह बढ़ाते हुए उनकी फरमाईश पर गीत सुनाए।
डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तलने इस दौरान सतिंदर सरताज को सम्मानित करते हुए कहा कि उन्होंने अपने गीतों के माध्यम से हमेशा पंजाब की संस्कृति का झंडा बुलंद करते हुए देश-विदेश में इसे विशेष पहचान दिलाई है। उन्होंने कहा कि ‘विरसा होशियारपुर दा’ मेले में हैंडीक्राफ्ट जैसी लुप्त हो रही कलाओं को उजागर कर रहा है, इस लिए अधिक से अधिक लोगों को इस मेले में शिरकत कर इन मेहनतकश शिल्पकारों का हौंसला बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अलग-अलग कारीगर इस मेले में पहुंचे हैं और जहां कारीगरों की ओर से अपने हाथों से बनाई वस्तुओं की बिक्री की जा रही है, वहीं उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, विद्यार्थियों व अन्य कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह मेला 7 मार्च तक जारी रहेगा।
इस मौके पर चेयरमैन नगर सुधार ट्रस्ट हरमीत सिंह औलख, चेयरमैन होशियारपुर सहकारी बैंक बॉबी शर्मा, सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीण सैनी, डिप्टी मेयर रंजीत चौधरी, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(सामान्य) दलजीत कौर, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(ग्रामीण विकास) दरबारा सिंह, एस.डी.एम. प्रीत इंदर सिंह बैंस, सहायक कमिश्नर(सामान्य) व्योम भारद्वाज के अलावा अन्य सिविल व पुलिस विभाग के अधिकारी विशेष तौर पर मौजूद थे।
सतिंदर सरताज नाइट में उमड़ा होशियारपुर : सतिंदर सरताज के सुरों पर झूमे होशियारपुर वासी, सूफियाना व पंजाबी संस्कृति को बाखूबी गीतों में पिरो गए सतिंदर सरताज
Mar 06, 2023