एएम नाथ। शिमला : हिमाचल प्रदेश विधानसभा बजट सत्र में सोमवार को भाजपा विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने सदन में प्रश्न उठाया कि सहारा योजना के तहत पेंशन अटकी हुई है और यह कब तक दी जाएगी। क्या हर महीने पेंशन मिल पाएगी और क्या इसे सुनिश्चित किया जाएगा?
इसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि सदस्य ने जो प्रश्न पूछा है, उसका नाम ही सहारा है। उन्होंने कहा कि कैंसर, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी आदि के मरीजों के लिए यह योजना चलाई गई है। शांडिल ने कहा कि कई बार दस्तावेज पूरे नहीं होते हैं। जीवन प्रमाणपत्र, अन्य दस्तावेजों को अपलोड करना बहुत जरूरी है। यह आशा वर्करों से आते हैं। वह क्या सुनिश्चित करेंगे कि समय पर मिले।
नयना देवी के भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि 1100 के आसपास लोगों ने आवेदन दिए हैं। इन्हें कब तक पेंशन शुरू की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि सभी को पेंशन दे दी जाएगी। भरमौर के भाजपा विधायक जनकराज ने कहा कि कई बार सरकारी कर्मचारी होने की स्थिति में बात कर भी इन्हें बाहर किया जाता है। इसे भी देखा जाना चाहिए। इस पर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि सहारा योजना को सरकार जारी रखेगी। सुक्खू ने कहा कि इस योजना के नियमों में संशोधन की जरूरत है। एसडीएम और सीएमओ के स्तर पर सत्यापन होना चाहिए। इस योजना के लिए वर्तमान सरकार ने 140 करोड़ रुपये जारी किए हैं। आने वाले समय में इस पेंडेंसी को भी खत्म कर दिया जाएगा।
योजना मानवीय दृष्टिकोण के साथ शुरू की गई: जयराम
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इस पर कहा कि यह योजना मानवीय दृष्टिकोण के साथ शुरू की गई। वे सीएम बनने से पहले थुनाग गए तो वहां एक साथी बिस्तर पर पड़ा था। मालूम हुआ कि दुर्घटना के बाद बिस्तर पर है। उन्होंने कहा कि मेरे जैसे कितने लोग होंगे जो जिंदगी भर जिंदा तो हैं, मगर अपने लिए पानी का गिलास भी नहीं उठा सकते। मुझे यह बात दिल को छू गई। जब सीएम बना तो स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार को घटना बताई। यह बहुत ही एक ऐसा मामला है कि लोग बिस्तर पर पड़े हैं, मगर दूसरों के ही सहारे हैं। बहुत से मामले ऐसे हैं कि उन्हें साल भर से पैसा नहीं गया। तुरंत पैसा सुनिश्चित करें। जल्दी वैरिफिकेशन भी करें। सीएम सुक्खू ने कहा कि जितनी भी पेंशन है, सब जारी कर देंगे। जो भी बिस्तर में पड़ा है। कोई भी आदमी सहारा योजना से बाहर नहीं किया जाएगा। जो पैसा रिलीज करने की बात है। सब जारी कर देंगे। ऐसे आंकड़े भी हमारे पास आए, जिन्हें अभी सदन में नहीं रखना चाहते हैं।
नेता प्रतिपक्ष और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष किन्नौर जाकर राजनीति करने गए: सीएम
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा के पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने यहां यह बात कही कि विमल नेगी के परिवार के सदस्य की सीबीआई जांच चाहती हैं। वह उनकी पत्नी का धन्यवाद करना चाहते हैं। उन्हें सूचना मिली है कि उन्होंने कहा है कि उन्हें मुख्यमंत्री पर पूर्ण विश्वास है। सरकार ने जांच के लिए 15 दिन का समय दिया है। उसके बाद क्या करना है, वे सोचेंगे। सुक्खू ने कहा कि उनकी पत्नी ने सरकार पर विश्वास जताया है। नेता प्रतिपक्ष और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष किन्नौर जाकर राजनीति करने गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो पारदर्शिता और ईमानदारी से काम करता है, उसे किसी से डरने की जरूरत नहीं है। सरकार किसी भी ऐसे व्यक्ति को तंग नहीं करेगी। उनके पास ऐसे सबूत हैं कि कुछ लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उनके खिलाफ सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी।
प्रदेश में कानून व्यवस्था तार-तार हुई: जयराम
सदन में बजट अनुदान मांगों पर चर्चा शुरू करते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने पुलिस और संबद्ध संगठन से संबंधित मांग पर चर्चा शुरू की। उन्होंने कहा कि दो साल में हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था तार-तार हुई है। घटनाएं एक के बाद हो रही है। पुलिस विभाग में भी अधिकारियों में समन्वय नहीं है। प्रदेश में यह स्थिति पहले कभी नहीं देखी। सरकार कानून-व्यवस्था के बारे में जो चर्चा करती है, उसे निचले स्तर पर करती है। एक आला अधिकारी तो ऐसे हैं, उनको एक जिला दे रखा है। उन्हें जिला ही नहीं, पूरा प्रदेश दे रखा है। पुलिस विभाग को अनुशासन के लिए जाना जाता है, जो वहां पर हो रहा है। कौन क्या कर रहा है, यह मालूम ही नहीं होता है। पुलिस के कुछ अधिकारियों को ऐसे काम में लगा दिया है कि एमएलए की सर्विलांस करो। कौन किससे मिल रहा है, इसका पता करो। सोमवार को जयराम ठाकुर ने कहा कि जहां आदमी नहीं पहुंच सकता, वहां चिट्टे से मौत हो रही है। मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग है, मगर यह प्राथमिकताएं ही नहीं बन रहीं कि इस पर ध्यान रखा जाए।