सुबह 6 बजे नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने रेड की। अमृतसर में खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के रिश्तेदरों के घरों में टीम ने दबिश दी। रईया में फेरूमन रोड पर अमृतपाल सिंह के चाचा प्रगट सिंह के घर पहुंची। टीम ने प्रगट सिंह की पत्नी को हिरासत में लिया है। अधिकारी उन्हें अपने साथ ब्यास थाना लेकर पहुंचे, जहां तकरीबन 3 घंटे पूछताछ की गई। अमृतपाल सिंह के चाचा प्रगट सिंह फर्नीचर का काम करते हैं। तकरीबन 1 बजे ब्यास थाने से छूटने के बाद अमृतपाल सिंह चाची ने जानकारी दी कि उन्हें व प्रगट सिंह को 26 सितंबर को चंडीगढ़ पूछताछ के लिए बुलाया है। उन्होंने बताया कि बीते साल प्रगट सिंह पर कोई मामला दर्ज हुआ था, उसे लेकर ही ये रेड की गई है।
दूसरी रेड अमृतसर में सठियाला के पास बुताला में अमृतपाल के जीजा के घर हुई। इसके साथ टीम ने अमृतपाल के जीजा के बहनोई के घर भी छापेमारी की। तीनों ही रेड अमृतपाल से जुड़ी हुई हैं। NIA ने ये रेड कनाडा में खालिस्तान समर्थकों के भारतीय उच्चायोग पर 23 मार्च 2023 को किए गए हमले को लेकर की। दरअसल, अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के बाद कनाडा, अमेरिका और UK में भारतीय उच्चायोगों के बाहर खालिस्तानियों ने प्रदर्शन किया था। कनाडा में भारतीय दूतावास के बाहर प्रदर्शन के दौरान तिरंगे का अपमान और तोड़फोड़ की गई थी। जिसके बाद जून महीने में NIA ने FIR दर्ज कर जांच शुरू की थी।
मोगा-गुरदासपुर में भी रेड : मोगा में हल्का बाघापुराना के कस्बा स्मालसर में कविश्री मक्खन सिंह मुसाफिर के घर भी सुबह 6 बजे NIA की टीम पहुंची। यहां रेड किस मकसद से की गई, ये अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। संभावना यही है कि ये रेड भी अमृतपाल सिंह से ही जुड़ी है। इसके अलावा NIA की एक टीम गुरदासपुर के हरगोबिंद पुरा भी पहुंची। यहां से भी टीम ने जरूरी दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स कब्जे में लिए हैं।
तंग करने के अमृतपाल की टीम ने लगाए आरोप : रिश्तेदारों के घर रेड के बाद सांसद अमृतपाल सिंह की टीम भी एक्टिव हो गई। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार पर आरोप लगाए हैं। अमृतपाल सिंह की टीम के सदस्य चरणदीप ने कहा कि जब से बाबा बकाला साहिब में रखड़ पूनिया पर अमृतपाल सिंह के समर्थकों की तरफ से स्टेज सजाई गई है। तब से केंद्र व राज्य सरकारें घबरा गई हैं। आज अमृतपाल सिंह के चाचा, जीजा और अन्य रिश्तेदार के घर रेड की गई है और उन्हें नाजायज परेशान किया गया है। लोकसभा चुनाव में अमृतपाल सिंह 1.97 लाख वोटों से जीते हैं। सरकार उन्हें छोड़ने की जगह परेशान कर रही है।