चंडीगढ़. : श्री आनंदपुर साहिब से सांसद और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष तिवारी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को पत्र लिखकर उन्हें यूएस में बसने वाले सिख समुदाय के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है, जिन्हें बार-बार दुर्भावनापूर्ण अपराधों के साथ टारगेट किया जा रहा है, जो कई मौतों का कारण बन रहे हैं।
सांसद तिवारी ने इंडियानापोलिस में स्थित फेड-एक्स के परिसर में हुई फायरिंग की दर्दनाक घटना को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ सांत्वना प्रकट की है, जिसमें आठ बेकसूर लोगों की जान चली गई, जिनमें से चार लोग सिख समुदाय से संबंधित थे। जिस पर सांसद तिवारी ने कहा कि किसी भी समुदाय के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण अपराध सहन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि चाहे किसी भी समुदाय के खिलाफ हो दुर्भावनापूर्ण अपराध को दुर्भावनापूर्ण अपराध ही माना जाएगा।
उन्होंने इंडियानापोलिस का जिक्र करते हुए कहा कि यह एकमात्र घटना नहीं है। अगस्त 2012 में ओक क्रीक विस्कॉन्सिन में स्थित गुरुद्वारा साहिब पर हमला हुआ था, जिसमें 7 बेकसूर जानें चली गई थीं।
उन्होंने अफसोस प्रकट किया कि सिख समुदाय के लोगों को एक बार फिर से विकृत मानसिकता का निशाना बनाया गया है, जिसके लिए उन्होंने पूरे अमेरिका में सिख समुदाय के प्रति जागरूकता मुहिम चलाने की जरूरत पर बल दिया है।
उन्होंने 9/11 की घटनाओं को याद करते हुए कहा कि हम 9/11 की दुखद घटना की 20वीं बस्सी को मनाने वाले हैं, यह दुखद है, लेकिन ध्यान देने की जरूरत है कि इस घटना के बाद सिख समुदाय के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण पूर्ण अपराधों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। आपको शायद याद होगा कि 15 सितंबर, 2001 को मेसा एरिजोना में एक अमेरिकी सिख को पहचान की गलती के चलते कत्ल कर दिया गया था। दुर्भावनापूर्ण अपराध को दुर्भावनापूर्ण अपराध ही कहा जाएगा, चाहे वह किसी भी समुदाय के खिलाफ हो।
सांसद तिवारी ने पूरे विश्व में सिख समुदाय की ओर से की गई मानवता की महान सेवा का जिक्र किया। शायद आपको पता होगा कि सिख एक परोपकारी समुदाय है। हाल ही में इस प्रकार की उदाहरण उस वक्त देखने को मिली थी सिख समुदाय ने एक कोरोना के चलते तबाह हो चुके और कोविड-19 के केसों से निपट नहीं पा रहे, न्यूयॉर्क शहर में हेल्थ केयर वर्करों, कोरोना के मरीजों को खाना पहुंचाया था। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों की सेवा करना सिख विचारधारा का एक अटूट हिस्सा है।