चंडीगढ़, 11 फरवरी: पूर्व केंद्रीय मंत्री और चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी ने अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों के बारे में भारत सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है।
आज संसद में इस मामले को उठाते हुए, तिवारी ने खुलासा किया कि अमेरिका में 7.25 लाख भारतीय अवैध रूप से रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से 24,000 अमेरिकी सरकार की हिरासत में हैं और उनमें से 487 को फाइनल डिपोर्टेशन के आदेश दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि उनमें से 200 की पहचान भारतीय नागरिक के रूप में की गई है।
उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या इन लोगों को हथकड़ी, बेड़ियाँ लगाकर अमेरिकी सैन्य विमानों में लाया जाएगा और उनकी बुनियादी मानवीय गरिमा व मानवाधिकारों से पूरी तरह वंचित किया जाएगा।
तिवारी ने कहा कि जब उन्होंने विदेश मंत्री के बयान की निंदा की थी, जिसमें यह कहकर अमेरिकी व्यवहार को उचित ठहराने की कोशिश की गई थी कि ये मानक संचालन प्रक्रियाएँ हैं, तो उनका माइक बंद कर दिया गया।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि यह भाजपा-कांग्रेस का मामला नहीं है, बल्कि यह भारत के स्वाभिमान से जुड़ा मामला है। उन्होंने कहा कि भाजपा के सदस्यों को भी हमारे साथी नागरिकों के साथ किए गए इस अत्यंत निंदनीय व्यवहार की निंदा करने में उनका साथ देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और खेदजनक है कि जब उन्होंने अमेरिका में हिरासत में लिए गए भारतीयों का मुद्दा उठाया और जिक्र किया कि किस प्रकार उन्हें हथकड़ी और बेड़ियों में जकड़ कर भारत वापस भेजा जा रहा है, तो उनका माइक बंद कर दिया गया।