गढ़शंकर: तीनों कृषि कानूनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुारा वापिस लिए जाने की घोषणा लगातार एक वर्ष से चल रहे किसान अंदोलन की जीत है और इसके लिए किसान सयुंक्त र्मोचे, किसान अंदोलन में हिस्सा लेने वाले हर व्यक्ति को, किसान आंदोलन में सहयोग देने वाले हर व्यक्ति सहीत तमाम देशा वासियों को वधाई। यह शब्द आल इंडिया जाट महासभा के राष्ट्रीय बरिष्ठ उपाध्यक्ष व पंजाब अध्यक्ष हरपाल सिंह हरपुरा ने कहे। उन्होंने कहा कि आंदोलन दौरान सात सौ से ज्यादा शहीद हुए किसानों को आज सबसे पहले श्रद्धाजलि कि उनके दुारा दी गई कुवार्नी और किसानों के सडक़ों पर दिन रात ठंड,गर्मी व बरसात में बैठे रहने के कारण तीनों कृषि कानून वापिस लेने को केंद्र सरकार मजबूर हुई है। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे लंबा समय चले आंदोलन के लिए किसान व उनके सहयोग में जुटा हर वर्ग वधाई का पात्र है। इस आंदोलन ने साबित कर दिया कि अगर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करेगें तो जीत जनता होनी तय है। उन्होंने कहा कि सरकारों को समझ लेना चाहिए देश के किसी भी वर्ग के खिलाफ कोई भी कानून बनाना ह तो उनकी सलाह कि बिना नहीं बनाना चाहिए अन्यथा देश की जनता सरकारों को झुकाने के सक्षम है। उनके साथ पंजाब के जर्नल सेक्रेटरी अजायब सिंह बोपाराय भी मौजूद थे।
सात सौ से ज्यादा शहीद हुए किसानों की कुवार्नी और सडक़ों पर दिन रात ठंड,गर्मी व बरसात में बैठे रहने से किसान आंदोलन की जीत : हरपुरा
Nov 19, 2021