लुधियाना : पंजाब लार्ज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बोर्ड के पूर्व चेयरमैन पवन दीवान ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर लुधियाना में सिधवां नहर वाटरफ्रंट प्रोजेक्ट की निष्पक्ष जांच करवाए जाने की मांग की है।
मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में उन्होंने लुधियाना में विकास कार्यों के दौरान अधिकारियों की लापरवाही से सरकारी खजाने को हुए भारी नुकसान का जिक्र किया है। जिनमें से एक लुधियाना में सिधवां नहर के पास वाटरफ्रंट से जुड़ा है, जिसे नगर निगम लुधियाना ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बनवाया था। यहां कई पेड़ लगाए गए, लेकिन इन पेड़ों के चारों ओर टाइलें और कंक्रीट बिछाकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के नियमों का भी उल्लंघन किया गया। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों का हवाला देते हुए वन विभाग द्वारा टाइल्स और कंक्रीट को तोड़ कर दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर निगम द्वारा लगभग 4.74 करोड़ रुपये की लागत से वाटरफ्रंट का निर्माण कराया गया था। जिस पर एक बड़ा सवाल यह उठता है कि करोड़ों रुपये के इस प्रोजेक्ट में लोगों का पैसा बर्बाद करने का जिम्मेदार कौन होगा।
उल्लेखनीय है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कई अन्य विकास कार्य हैं जिन पर समय-समय पर सवाल उठते रहे हैं।
ऐसे में वह पूरी घटना की निष्पक्ष जांच करवाने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और नुकसान की भरपाई करवाने की अपील करते हैं।