एएम नाथ। सुंदरनगर, 23 नवंबर : जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मंडी के सौजन्य से 21 नवंबर से 23 नवंबर तक आपदा जोखिम से निपटने हेतु तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन शनिवार को खंड विकास कार्यालय सुंदरनगर के सभागार में हुआ जिसकी अध्यक्षता एसडीएम अमर नेगी ने की। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपमंडल सुंदरनगर की छातर, भौर, डुगराईं और कनैड पंचायतों के लगभग 60 स्वयं सेवकों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंतिम दिन एसडीएम ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रशस्ति पत्र भी वितरित किए।
इस मौके पर अमर नेगी ने कहा कि विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं से यदि लोग जागरूक होंगे तो आपदा से होने वाले जान व माल के नुकसान को कम किया जा सकता है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य युवा स्वयंसेवकों की टास्क फोर्स को तैयार करके आपदाओं से होने वाले नुकसान को कम करने व सचेत रहने बारे जागरूक करना है ताकि विपरीत परिस्थितियों में कम से कम समय में कम जोखिम उठा कर अधिक से अधिक जानों को बचाया जा सके। उन्होंने उपस्थित स्वयं सेवकों से आग्रह किया कि वे प्रशिक्षण के दौरान हासिल जानकारी को अन्य लोगों तक भी पहुंचाए तथा भविष्य में किसी भी प्रकार की आपदा आने पर प्रभावितों का सहयोग करें।
प्रशिक्षण के पहले दिन आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मंडी की ओर से अमरजीत सिंह ने आपदा से जुड़े विभिन्न पहलूओं, भूकंप जैसी आपदा व बचाव संबंधित, दूसरे दिन स्वास्थ्य विभाग से बीएमओ सुंदरनगर डॉ अविनाश और डॉ अभिषेक ने स्वयंसेवियों को आपदा प्रबंधन, प्राथमिक उपचार, फ्रैक्चर, कुते और सांप के काटने पर उपचार संबंधित और तीसरे व अंतिम दिन होमगार्ड जवाहर लाल तथा अग्नि शमन विभाग से राजीव कुमार ने आग से होने वाले नुकसान, बचाव के लिए विभिन्न तकनीक और अग्निशमन यंत्रों के उपयोग के बारे में बताया।