शिमला : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य के चारों लोकसभा सांसदों पर आपदा के मुद्दे को उठाने में विफल रहने का आरोप लगाया है और कहा कि केंद्र सरकार से इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग चल रही है। इसके जवाब में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व मंडी से सांसद प्रतिभा सिंह ने एक बयान में मुख्यमंत्री से उनके क्षेत्र में सड़कों और बुनियादी ढांचे की बहाली के लिए अधिक धन आवंटित करने के लिए कहा, जो इस वर्ष के भीषण मानसून में बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित और गंभीर रूप से खराब है ।
मुख्यमंत्री के इस ब्यान ने प्रदेश में भारी बारिश के कारण आई आपदा ने राज्य में राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है। प्रदेश में चार लोकसभा सीटें और तीन राज्यसभा सीटें हैं। राज्य से भाजपा के तीन लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर (जो केंद्रीय मंत्री भी हैं), शिमला से सुरेश कश्यप और कांगड़ा से किशन कपूर है। कांग्रेस के पास केवल एक लोकसभा सांसद हैं और वह है मंडी से प्रतिभा सिंह। भाजपा के पास हिमाचल से तीनों राज्यसभा सांसद जे.पी.नड्डा (जो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष) इंदु गोस्वामी (जो महिला विंग की महासचिव) और सिकंदर कुमार है । सुक्खू ने शुक्रवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “क्या राज्य के लोगों द्वारा चुने गए सभी चार (लोकसभा) सांसदों ने इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए प्रधानमंत्री या गृह मंत्री से मुलाकात की है? कम से कम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जे.पी.नड्डा ने मुझे फोन किया और राज्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली।