सेवा सिमरन सर्मपण व त्याग की मूर्त थे ब्रहमलीन स्वामी सरवगिया नेद जी भूरीवाले : आचार्य चेतना नंद जी भूरीवाले

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ब्रहमलीन स्वामी सरवगिया नंद जी नमित धाम रकबा साहिब में तीन दिवसीय समागम समय श्री अखंड पाट साहिब के भोग डाले
बलाचौर : श्री सतगुरू भूरीवालें गुरगद्दी परंपरा(गरीबदासी संप्रदाय)के तीसरे गद्दीनशीन सतगुरू ब्रहमा नंद जी महाराज भूरीवालों के परम शिष्य मौजूदा गद्दीनशीन वेदांत आचार्य स्वामी श्री चेतना नंद जी महाराज भूरीवालों के बड़े गुरूभाई ब्रहमलीन स्वामी सरवगिया नंद जी नमित धाम रकबा साहिब निकट मुलांपुर दाखा(लुधियाना) कुटियां में वेदांत आचार्य श्री चेतना नंद जी की अगुआई में तीन दिवसीय समागम मौके पर श्री अखंड पाठ साहिब के भोग पाए गए। इस समय श्री सतगुरू भूरीवाले गुरगद्दी परंपरा के मौजूद गद्दीनशीन वेदांत आचार्य चेतना नंद जी भूरीवालों ने जगतगुरू अचार्य बाबा गरीबदास रचित बाणी के अखंड पाठों के भोग पाने के बाद बड़ी संख्यां में उपस्थित संगत को उपदेश देते हुए कहा कि मेरे गुरूभाई ब्रहमलीन स्वामी सरवगियां नंद जी श्री सतगुरू भूरीवाले गुरगद्दी परंपरा के संत रतनां में से वह अनमोल मोती थे। जिन्होंनों ने अनेक समस्या आने के बावजूद सतगुरू गऊआं वालों की आज्ञा, चरन रज में रहते हुए एक दर के होकर सेवा सिमरन में ही अपना जीवन गुजारा। उन्होंने कहा कि गुरूओं प्रति समर्पित भाव स्वामी सरवगिया नंद जैसा होना चाहिए। जिन्होंने हमेशा सतगुरू से मिले आदेशों प उपदेशों को मानते हुए अपना जीवन एक दर पर गुजारा और अंतिम समय भी धाम रकबा साहिब की सेवा संभाल करते व्यतीत किया। आचार्य जी ने कहा कि स्वामी सरवगियां ंद जी के शरीरक तौर पर जाने के बाद श्री सतगुरू भूरीवाले गुरगद्दी परंपरा की संगत पूरन संत के सदवचनां से वंचित रह गई। इस समागम दौरान स्वामी हरबंस लाल जी डेहलों, गुरूभाई स्वामी नित्या नंद ईलाहाबाद सहित संगत के बीच एडवोकेट भगवान दास कटारिया नैनीताल प्रधान श्री ब्रहम निवास आश्रम ट्रस्ट संमती दक्षिण भाग हरिदुार ने कहा कि स्वामी सरवगिया नंद जी ने आपने गुरू सतगुरू गऊओं वालो ंके चरनों मे ंरह कर पूर्ण सर्मिपता के साथ सेवा की और गुरगद्दी प्रति समर्पित रहे। इस समय तीर्थ राम भूंवला महासचिव ट्रस्ट, मदन लाल जोशी, चरन दास अग्रवाल, सेठ सुखेदव कुमार मिन्टूं, नरेश गोयल, रामप्रीत जगराओं, सुरिंद्र प्रधान रकबा, भागमल(वीर जी) मुख्य सेवादार, ठेकेदार भजन लाल सहित बड़ी संख्यां में श्री सतगुरू भूरीवाले गरगद्दी परंपरा की पंजाब हिमाचल, उतरांखंड, सहित विदेश से आई संगत नतमसतक हुई।
फोटो: स्वामी सरवगियां नंद जी नमित धाम रकबा साहिब में करवाए समागम मौके प्रवचन करते हुए वेदांत आचार्य स्वामी श्री चेतना नंद जी महाराज स्वामी श्री चेतना नंद जी महाराज भूरीवाले व मौजूद संत महापुरष और संगत। ( इनसैट में स्वामी सरबगिया नंद जी भूरी वालों की फाईल फोटो)

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