नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने स्वाति मालीवाल केस में अपनी चुप्पी तोड़ दी है। इसके साथ ही केजरीवाल ने ये भी साफ कर दिया है कि सुनीता केजरीवाल चुनाव लड़ेंगी या नहीं। स्वाति मालीवाल केस में क्या बोले केजरीवाल : स्वाति मालीवाल मामले में दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने कहा- ‘मैं स्वाति मालीवाल मारपीट मामले में निष्पक्ष जांच और न्याय चाहता हूं क्योंकि घटना के दो वर्जन सामने आ रहे हैं।’
सुनीता के चुनाव लड़ने पर केजरीवाल का बयान : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को यह स्पष्ट कर दिया कि उनकी पत्नी सुनीता के भविष्य में चुनाव लड़ने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें सक्रिय राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है, भले ही वह उनकी गिरफ्तारी के बाद आक्रामक रूप से सार्वजनिक रूप से सामने आईं।
उन्होंने एक न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए कहा कि जीवन के हर पड़ाव में सुनीता ने मेरा साथ दिया है। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे उनके जैसा पार्टनर मिला। मेरे जैसे सनकी इंसान को बर्दाश्त करना आसान नहीं है। उन्होंने याद किया कि 2000 में उन्होंने दिल्ली की मलिन बस्तियों में काम करने के लिए आयकर आयुक्त के रूप में अपनी नौकरी से छुट्टी ली थी और फिर सामाजिक कार्यों में पूरा समय समर्पित करने के लिए इस्तीफा दे दिया था।
उन्होंने कहा- ‘उस समय मुझे इस बात का अंदाजा नहीं था कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा या कोई पार्टी बनाऊंगा, चुनाव लड़ूंगा। मुझे बस प्रेरित किया गया और 10 साल तक काम किया। फिर भी उन्होंने मेरा समर्थन किया। सोचिए कि तब उन पर क्या गुजरी होगी।’ आपको बता दें कि केजरीवाल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले और 2001 से 2002 तक दिल्ली सरकार की शराब उत्पाद शुल्क नीति से जुड़ी कथित अनियमितताओं के सिलसिले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें मौजूदा आम चुनावों में अपनी आम आदमी पार्टी के लिए प्रचार करने के लिए 10 मई को अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया था। गिरफ्तार होने के तुरंत बाद सुनीता केजरीवाल, जो एक पूर्व आयकर अधिकारी भी थीं, पार्टी के राजनीतिक केंद्र में आ गईं। उन्होंने जेल से केजरीवाल का संदेश पढ़ा, रोड शो किया और विपक्षी रैलियों में भाषण दिए।