हिंदी मेरी जान
आओ देशवासियों मैं आपको एक आज राज की बात बतलाता हूं।
कैसे बनी यह हमारी हिंदी भाषा यह राज आपको बताता हूं।
हिंदी भाषा है हमारी जान
हिंदी भाषा है हमारी शान।
इस भाषा का है भारत देश में बहुत बड़ा नाम।
कर दी हमने अपनी जुबान हिंदी भाषा के नाम।
तुम मानो या ना मानो हिंदी है, हमारे देश की जान।
हिंदी भाषा है अनमोल,
इसका नहीं है किसी भाषा के साथ नापतोल।
हिंदी है हमारी भाषा,
हिंदी भाषा से है हमें बहुत आशा।
हर घर घर की बोले नारी,
हमारी हिंदी भाषा सबसे प्यारी।
भारत की मिट्टी से यह जन्मी भाषा,
इसे बोलते हुए कभी होती नहीं निराशा।
ऐसा जादू मैं कर जाऊं,
हिंदी भाषा को मैं अपनी मां बनाऊं।
मीठी मधुर तान है हिंदी,
सब हिंदुस्तानियों की कान की आवाज है हिंदी।
हिंदी है हमारी भाषा,
जिसे संस्कृत ने तराशा।
हिंदी के मीठे बोल,
देते बड़ों-बडों की आंखें खोल।
जिसे पढ़ने में होती थी कठिनाई,
इस संस्कृत भाषा ने यह हिंदी बनाई।
हम यह कहते कभी ना थके,
हम यह कहते कभी ना थके।
हमारी जान हिंदी,हमारी आन हिंदी, हमारी बान हिंदी, हमारी शान हिंदी।
धन्यवाद सहित
अक्ष द्विवेदी
आठवीं कक्षा का छात्र माऊँट कार्मल स्कूल, उना, हिमाचल प्रदेश।