एएम नाथ। शिमला : हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों के लिए आगामी छुट्टियों का शेड्यूल बदल दिया गया है। शिक्षा विभाग ने सोमवार को टेंटेटिव शेड्यूल की अधिसूचना जारी की है। इसके तहत छात्रों और शिक्षकों के लिए मौसम और अन्य परिस्थितियों के आधार पर स्कूलों की छुट्टियां निर्धारित की गई हैं।
इस शेड्यूल के जरिए समर और विंटर ब्रेक के अलावा विभिन्न त्योहारों के दौरान भी छुट्टियां देने की व्यवस्था की गई है। साथ ही ग्रीष्मकालीन स्कूलों में परीक्षाओं के परिणाम के बाद कोई छुट्टी नहीं मिलेगी। इन स्कूलों में अभी परीक्षा परिणाम आने पर पांच दिन की छुट्टी मिलती है।
छुट्टियों के फैसले में बदलाव
इस बार छुट्टियों के फैसले के लिए सम्बंधित जिलों के उपायुक्तों (डीसी) को अधिकृत किया गया है, जबकि पहले यह निर्णय शिक्षा विभाग की ओर से लिया जाता था। पिछले कुछ वर्षों में मानसून के दौरान हो रही तबाही को ध्यान में रखते हुए स्कूलों की छुट्टियों के शेड्यूल में यह बदलाव किया गया है। अब बारिश, गर्मी, भीषण ठंड या प्राकृतिक आपदा के दौरान छुट्टियां जिलाधीश द्वारा जारी की जाएंगी। शिक्षा विभाग ने इन छुट्टियों के शेड्यूल को लेकर स्टेक होल्डर से 15 दिनों में सुझाव मांगे हैं। जारी अधिसूचना के मुताबिक ग्रीष्मकालीन स्कूलों और शीतकालीन स्कूलों में कुल 52-52 छुट्टियां रहेंगी।
ग्रीष्मकालीन स्कूलों में छुट्टियां
ग्रीष्मकालीन स्कूलों में समर व मॉनसून ब्रेक की कुल छुट्टियां 40 दिनों की होंगी। यह छुट्टियाँ दो भागों में विभाजित की जाएंगी। इसमें समर ब्रेक (15-20 दिन) की छुट्टियां संबंधित जिलाधीश द्वारा अधिसूचित की जाएंगी और यह 15 से 20 दिनों के बीच हो सकती हैं। इसके अलावा मॉनसून ब्रेक (20-25 दिन) की छुट्टियां भी जिलाधीश द्वारा अधिसूचित की जाएंगी और इसकी अवधि 20 से 25 दिनों तक हो सकती है।
जिलाधीश को मौसम के आधार पर समर और मॉनसून ब्रेक की अवधि को घटाने या बढ़ाने का अधिकार होगा। लेकिन सिवाय कुछ विशेष परिस्थितियों में कुल मिलाकर ये छुट्टियां 40 दिनों से अधिक नहीं हो सकतीं। प्रदेश के ग्रीष्मकालीन सरकारी स्कूलों में विंटर ब्रेक की कुल अवधि सात दिनों की होगी। विंटर ब्रेक की तारीखें संबंधित जिलाधीश के आदेश पर मौसम की परिस्थितियों के आधार पर निर्धारित की जाएंगी।
त्योहारों के दौरान छुट्टियां
इन स्कूलों में त्योहारों के दौरान भी छुट्टियां दी जाएंगी। इनमें दिवाली के पहले दो दिन और दिवाली के बाद तीन दिन की छुट्टियां दी जाएंगी और यह कुल्लू को छोड़कर सभी जिलों में लागू होंगी। कुल्लू जिले में दशहरे के बाद पांच दिन की छुट्टियां दी जाएंगी।
शीतकालीन स्कूलों में छुट्टियों का शेड्यूल
अधिसूचना के मुताबिक शीतकालीन स्कूलों की कुल छुट्टियां 52 दिनों की होंगी। इनमें मानसून व जलवायु आपातकालीन ब्रेक सात दिन का होगा। यह ब्रेक भी जिलाधीश द्वारा मौसम की परिस्थितियों के आधार पर निर्धारित किया जाएगा। इन स्कूलों में त्योहारों के दौरान तीन दिन छुट्टियां रहेंगी। दिवाली के दौरान दो दिन पहले और एक दिन बाद की छुट्टियां दी जाएंगी। इन स्कूलों में विंटर ब्रेक 42 दिन का होगा। विंटर ब्रेक की छुट्टियां 1 जनवरी से 11 फरवरी तक होंगी।
ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन स्कूलों के क्षेत्र
बता दें कि ग्रीष्मकालीन स्कूलों में राज्य के निचले व मैदानी जिलों और शीतकालीन स्कूलों में पर्वतीय जिलों के स्कूल शामिल हैं। ग्रीष्मकालीन स्कूलों में कांगड़ा, चम्बा, बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना, मंडी, सोलन और सिरमौर के मैदानी इलाकों के स्कूल आते हैं। शीतकालीन स्कूलों में शिमला, कुल्लू, लाहौल स्पीति, किन्नौर और, चम्बा, सोलन व सिरमौर जिलों के ऊपरी इलाकों के स्कूल शामिल हैं।