नालागढ़ : 2022 के 11 महीनों में हिमाचल में बनी 163 के क़रीब दवाइयों के सैंपल फेल हो चुके हैं। दवाओं की गुणवत्ता को सुधारने के लिए ड्रग विभाग भी पूरी तरह से मुस्तैद चल रहा है। अभी हाल ही में नक़ली दवाओं के अवैध धंधे का विभाग द्वारा पर्दाफाश किया गया था।
बीते दिनों सीडीएससीओ द्वारा जारी ड्रग अलर्ट में हिमाचल में बनी 27 दवाओं के सैंपल फेल हुए थे, जिसमें कालाअंब की निक्सी इंडस्ट्री के 14 सैंपल फेल हैं। इस साल फेल हुई दवाओं में सिरदर्द, पेनकिलर, एलर्जी, हार्ट, बीपी समेत कैल्शियम व विटामिन की दवाएं शामिल हैं।
5 की हुई थी मौत पीजीआई चंडीगढ़ में :
पीजीआई चंडीगढ़ में अक्टूबर माह में 5 मरीज़ों की मौत हुई थी, जिसके बाद सर्जरी में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हुए थे। इसके बाद तुरंत ड्रग विभाग की टीम ने निक्सी लैब से सैंपल भरे, जो पाए गए।
गत दिन जारी ड्रग अलर्ट में 14 सैंपल फेल होने की बात कही गई है। सर्जरी में इस्तेमाल होने वाले जिस इंजेक्शन के अलग-अलग बैच के सैंपल फेल हुए है, उसका उत्पादन मौत होने का मामला सामने आने के बाद ही राज्य ड्रग विभाग ने बंद करा दिया था।
उद्योग में इंजेक्शन का उत्पादन बंद :
राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह ने बताया कि PGI में 5 लोगों की मौत का मामला सामने आने के बाद निक्सी लैबारेट्रीज में इंजेक्शन के उत्पादन पर रोक है। ड्रग विभाग ने सैंपल लिए थे, जो जांच में फेल हो गए हैं। ड्रग विभाग दवाओं की क्वालिटी सुधारने पर ज़ोर डाल रहा है।
हिमाचल में बनी 163 के क़रीब दवाइयों के सैंपल फेल : पीजीआई चंडीगढ़ में अक्टूबर माह में 5 मरीज़ों की हुई थी मौत
Dec 14, 2022