एएम नाथ। शिमला : हिमाचल प्रदेश विधानसभा सचिवालय में आज रक्तदान दिवस के अवसर पर एक विशेष रक्तदान एवं अंगदान शिविर का आयोजन किया गया।
इस आयोजन का शुभारंभ राज्य विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया द्वारा पूर्वाह्न 11:30 बजे डॉ. यशवंत सिंह परमार पुस्तकालय कक्ष में दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।
यह शिविर खेल एवं सांस्कृतिक संघ विधान सभा के तत्वावधान में आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य समाज में रक्तदान एवं अंगदान के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।

विधानसभा अध्यक्ष पठानिया ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि रक्तदान वास्तव में “महादान” है, जिसके माध्यम से अनेक जिंदगियाँ बचाई जा सकती हैं।
उन्होंने कहा कि 60 वर्ष से कम आयु वर्ग के प्रत्येक व्यक्ति को नियमित रूप से रक्तदान करना चाहिए। यह न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि किसी की ज़िंदगी बचाने में अमूल्य योगदान भी है।
उन्होंने बताया कि रक्त की आवश्यकता मुख्यतः एनीमिया से पीड़ित रोगियों, प्रसव के दौरान महिलाओं, आपातकालीन दुर्घटनाओं, शल्य चिकित्सा एवं अन्य रक्त विकारों के लिए होती है।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इस शिविर में विशेष रूप से महिला कर्मचारियों की भागीदारी अत्यधिक उत्साहजनक रही।

विधानसभा अध्यक्ष ने अंगदान शिविर एवं SOTTO स्टॉल का अवलोकन कर अंगदान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए भविष्य में अंगदान करने की इच्छा प्रकट की।
पठानियां ने कहा कि, “अंगदान एक प्रकार से पुनर्जन्म देने जैसा है। यदि हम मरने के बाद अपने अंगों को दान करने का संकल्प लें, तो अनेक जिंदगियाँ बच सकती हैं। यह एक पवित्र और मानवीय कार्य है जिसे प्रत्येक नागरिक को अपनाना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति देश के कानूनी नियमों के अंतर्गत स्वैच्छिक रूप से अंगदान की शपथ ले सकते हैं।

इस महत्वपूर्ण अवसर पर विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला की वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. गंगा, विधान सभा सचिवालय के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेश दत्ता, संयुक्त सचिव बेगराम कश्यप, संयुक्त निदेशक हरदयाल भारद्वाज, संघ के अध्यक्ष अरविंद शर्मा, महासचिव दीपक ठाकुर तथा अन्य पदाधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।