होशियारपुर/ दलजीत अजनोहा : पंजाब राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, मोहाली की चेयरपर्सन कंवरदीप सिंह की अध्यक्षता में होशियारपुर जिले में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे जॉइंट एक्शन प्लान के तहत जिले के सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक के दौरान जिले में 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को नशे के उपयोग और इसके दुष्प्रभावों से दूर रखने के लिए बनाए गए प्लान के तहत विभिन्न स्टेकहोल्डर्स द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की गई।
चेयरपर्सन ने बच्चों को मेडिकल नशा बेचे जाने से रोकने के लिए जिले में चल रहे सभी मेडिकल स्टोरों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की प्रक्रिया को सख्ती से लागू करने पर जोर दिया और इन कैमरों की नियमित जांच के लिए जिला ड्रग कंट्रोल अथॉरिटी को निर्देश दिए। चेयरपर्सन ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि स्कूलों में बच्चों के लिए बनाए गए प्रहरी क्लबों में बच्चों को जागरूक करने के लिए लगातार गतिविधियां आयोजित की जाएं, ताकि बच्चे नशे के दुष्प्रभावों से अवगत हो सकें। साथ ही, अधिक से अधिक बच्चों को स्कूल समय के बाद खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाए और बच्चों के लिए खेल कोच की व्यवस्था भी की जाए। इस कार्य के लिए उन्होंने शिक्षा विभाग और खेल विभाग को अधिक से अधिक योगदान देने के निर्देश दिए।
चेयरपर्सन ने आबकारी अधिकारी को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जिले के किसी भी स्कूल के 100 गज के दायरे में शराब या तंबाकू उत्पाद बेचने वाली कोई दुकान न हो।
बैठक के दौरान सिविल सर्जन होशियारपुर ने बताया कि जिले में सार्वजनिक स्थानों पर सिगरेट पीने वालों के लगातार चालान किए जा रहे हैं और इस संबंध में विभिन्न विभागों को चालान बुक भी जारी की जा चुकी हैं। चेयरपर्सन ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि नशे का सेवन करने वाले बच्चों की पहचान कर उन्हें पुनर्वास केंद्रों में भर्ती कर इलाज किया जाए और सफलतापूर्वक इलाज करा चुके बच्चों का फॉलो-अप भी किया जाए।
बैठक के अंत में चेयरपर्सन ने सभी विभागों के प्रमुखों को निर्देश दिए कि इस संबंध में एकजुट होकर अधिक से अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, ताकि आने वाली पीढ़ी को नशे के दुष्प्रभावों से सुरक्षित रखा जा सके।
बैठक में डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन, पंजाब राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के जॉइंट डायरेक्टर राजविंदर सिंह गिल, एसडीएम होशियारपुर संजीव शर्मा, ज़िला प्रोग्राम अधिकारी गगनदीप सिंह, चेयरपर्सन ज़िला बाल कल्याण कमेटी हरजीत कौर, पुलिस विभाग के प्रतिनिधि, ज़िला शिक्षा अधिकारी, ज़िला बाल सुरक्षा अधिकारी डॉ. हरप्रीत कौर, आबकारी अधिकारी, इंचार्ज पुनर्वास केंद्र, सदस्य जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड भी मौजूद थे।