गीत-संगीत के माध्यम से दी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी
ऊना 23 फरवरी: सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के सांस्कृतिक दलों ने आज ग्राम पंचायतों गगरेट, दियोली, जलग्रां टब्बा व मैहतपुर में गीत-संगीत व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से प्रदेश सरकार के कार्यकाल के तीन वर्षों के दौरान चलाई गई कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। इस दौरान कलाकारों ने कोविड-19 महामारी से बचाव से संबंधित सुरक्षा उपायों बारे भी विस्तार से बताया।
इस दौरान आरके कला मंच चिंतपूर्णी व पूर्वी कलामंच जलग्रां टब्बा के कलाकारों ने बताया कि स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है और इस दिशा में कई योजनाएं लागू की गई हैं। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत 3.34 लाख परिवारों के गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं। इसके तहत अब तक 77549 लाभार्थियों को 80.96 करोड़ रुपये के निशुल्क उपचार की सुविधा प्रदान की गई है। आयुष्मान भारत में न आने वाले परिवारों को हिमकेयर योजना के तहत कवर किया गया है। हिमकेयर योजना में 4.61 लाख परिवार पंजीकृत हैं तथा 1.25 लाख लाभार्थियों को 129.27 करोड़ रुपये के निशुल्क उपचार की सुविधा प्रदान की गई है। इसके अलावा सहारा योजना के तहत गंभीर बीमारियों से पीड़ित आर्थिक रुप से कमजोर मरीजों को 3000 रुपये प्रतिमाह की सहायता प्रदान की जा रही है। इस योजना में 13 करोड़ रुपये की राशि से 11186 लोगों को लाभ प्रदान किया गया है।
फोक मीडिया दलों ने बताया कि प्रदेश सरकार ने अपने तीन वर्ष के कार्यकाल के दौरान सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 163607 नए मामले स्वीकृत किए हैं और इसके तहत 642.58 करोड़ रुपये व्यय किए गए। उन्होंने बताया कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत बिना किसी आय सीमा के वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा को 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष और पेंशन राशि को बढ़ाकर 1500 रुपये किया गया है। इसके अलावा सामाजिक सुरक्षा पेंशन को बढ़ाकर 850 रुपये जबकि विधवाओं और दिव्यांगजनों की पेंशन को बढ़ाकर 1000 रुपये किया गया है।
इस दौरान कलाकारों ने हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, हिमकेयर, आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना सहित अन्य योजनाओं की भी विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर स्थानीय ग्राम पंचायतों के प्रधान, उप प्रधान और अन्य पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित रहे।