चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन होने या ना होने की अटकलों और अब दोनों दलों के एक-दूसरे पर हमलावर होने के बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे संगठन की बैठक में हिस्सा लेने पंजाब आ रहे हैं। वह 10 जनवरी को पंजाब आएंगे और लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस की तैयारी और संगठन को परखेंगे।
मल्लिकार्जुन खरगे दूसरी बार पंजाब आ रहे हैं। इससे पहले वह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की पठानकोट रैली में आए थे। इंडिया गठबंधन की अगली बैठक से पहले खरगे खुद पंजाब आकर ना सिर्फ संगठन की ताकत को आंकेंगे बल्कि रोज-रोज हो रही बयानबाजियों पर भी पार्टी नेताओं को गठबंधन धर्म का पाठ पढ़ाएंगे।
ब्लॉक स्तर के नेताओं के साथ करेंगे बैठक : खरगे कांग्रेस के प्रदेश स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर तक के नेताओं के साथ बैठक करेंगे और उनकी राय लेंगे। कांग्रेस ने 90 प्रतिशत से ज्यादा ब्लॉक स्तर की कमेटियों का भी गठन कर लिया है। इस बैठक में प्रदेश के 10 हजार नेता शामिल होंगे। बैठक जालंधर या लुधियाना में हो सकती है। इसका अंतिम फैसला 4 जनवरी को प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की अगुवाई में होने वाली बैठक में लिया जाएगा।
गठबंधन से पहले पार्टी नेताओं की भावनाओं को समझना चाहता है हाईकमान
आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने या न करने का निर्णय लेने से पहले कांग्रेस अपने संगठन की ताकत को आंकना चाहती है। ऐसे में राष्ट्रीय अध्यक्ष का पंजाब में ब्लॉक स्तर तक के नेताओं के साथ बैठक करने के लिए आना इस बात के संकेत दे रहा है कि हाईकमान कोई निर्णय लेने से पहले पार्टी नेताओं की भावनाओं को समझना चाहता है।
कांग्रेस हाईकमान गठबंधन को लेकर वरिष्ठ नेताओं के साथ तीन दौर की बैठक कर चुका है। इन बैठकों में ज्यादातर नेताओं ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन न करने पर स्टैंड लिया है। यहां तक की खुद पंजाब कांग्रेस प्रधान राजा वाडिंग और नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा भी इसके खिलाफ हैं। उनका कहना है कि आप सरकार चुन चुन कर कांग्रेस नेताओं को जेल भेज रही है, ऐसे में उसके साथ गठबंधन का कोई तुक नहीं बनता। कांग्रेस नेताओं ने हाईकमान को यह भी स्पष्ट कर दिया कि अगर पार्टी ऐसा निर्णय लेती है, तो न सिर्फ पार्टी को नुकसान होगा बल्कि कई नेता पार्टी छोड़ सकते हैं।
अब मुश्किल लग रहा गठबंधन : पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन मुश्किल लग रहा है। दोनों दलों के नेता एक दूसरे के खिलाफ जम कर हमला कर रहे हैं। पहले गठबंधन का समर्थन करने वाले नवजोत सिंह सिद्धू भी अब आप पर हमलावर हो गए हैं। उन्होंने दिल्ली शराब पॉलिसी के बहाने आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। उन्होंने पॉलिसी संबंधी आकड़े पेश कर अरविंद केजरीवाल से सवाल किया है कि क्या आरटीआई योद्धा चोरी के मास्टर में बदल गया है। वहीं एक दिन पहले पंजाब के मुख्य मंत्री मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा था कि कांग्रेस की स्थिति साफ है। जल्दी ही पंजाब और दिल्ली में माताएं अपने बच्चों को यह कहानी सुनाती दिखाई देंगी कि एक थी कांग्रेस।