लुधियाना। कांग्रेसी नेता गुरसिमरन सिंह मंड को धमकियां मिलने के कारण चालीस दिन से प्रशासन ने घर में ही नजरबंद कर रखा है। इससे वे काफी परेशान हो चुके हैं। कांग्रेसी नेता ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उन्हें 102 बुखार है और उन्हें बाहर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही। जब वह अधिकारियों को फोन करते हैं तो उन्हें जवाब मिलता है कि वह अपने इलाज के लिए डॉक्टर घर बुला लें। इस पर मंड ने सोशल मीडिया फेसबुक पर एक पोस्ट डालकर दुख जाहिर किया है कि वह देशभक्त हैं उन्हें घर में दबाकर रखा है। उसे धमकियां देने वाले खुलेआम घूम रहे हैं। मंड ने कहा कि अब यदि किसी तरह का कोई टेस्ट आदि करवाना है या अस्पताल जाना हो तो घर से बाहर निकलना ही पड़ेगा, लेकिन पुलिस अधिकारी उसे बाहर निकलने नहीं दे रहे। मंड ने कहा कि अगर उसे और उसके परिवार को घर के बाहर जाने की इजाजत नहीं दी गई तो वह पूरे परिवार सहित भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।
सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करते हुए मंड ने कहा कि पिछले चालीस दिन से प्रशासन उन्हें घर में ही नजरबंद किए हुए है। उन्हें धमकियां देने वाले लगातार बाहर घूम रहे हैं। प्रशासन उन्हें पकड़ने के बजाय इनके पूरे परिवार को नजरबंद कर रखा है। इससे पहले मंड साफ कर चुके हैं कि उनका कारोबार खराब हो रहा है। इस कारण घर में आर्थिक स्थिति भी काफी खराब हो चुकी है। मंड ने कहा कि उसने कंट्रोल रूम और उच्चाधिकारियों को फोन करके जानकारी दी कि उन्हें बुखार है तो अधिकारी डॉक्टर घर बुलाने की बातें कर रहे हैं। मंड ने कहा कि जो लोग गुरुद्वारा साहिब में कुर्सियां मेज तोड़ रहे हैं उन पर कार्रवाई हो नहीं रही और मुझे नजरबंद कर दिया है। मंड ने पंजाब के डीजीपी गौरव यादव से गुहार लगाई कि धमकियां देने वालों को पकड़ा जाए। मंड ने कहा कि यदि बाहर आने जाने पर उनकी पाबंदी नहीं हटाई जाती को वह परिवार सहित भूख हड़ताल भी कर सकते हैं। मंड ने कहा कि वह मुख्यमंत्री भगवंत मान से आग्रह करते हैं कि पंजाब में इस तरह का बदलाव न लाया जाए कि एक व्यक्ति इतने दिनों तक धमकियों के डर से घर में कैद रहे।
102 बुखार, बाहर जाने की इजाजत नहीं : कांग्रेसी नेता ने प्रशासन पर आरोप लगाया
Dec 15, 2022