शिमला । हिमाचल विधानसभा चुनाव में इस साल 5388409 मतदाता अपने वोट का इस्तेमाल करेंगे। इसमें 2723000 पुरुष मतदाता और 26 लाख 61 हजार से ज्यादा महिला मतदाता शामिल हैं। 64593 सर्विस मतदाता हैं, जबकि 54475 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं। 80 साल से अधिक आयु वर्ग के 127662 मतदाता हैं। 100 साल से अधिक आयु वाले 1294 मतदाता हैं। 68 विधानसभा क्षेत्रों में 48 विधानसभा क्षेत्र जनरल श्रेणी में हैं।
17 विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति और 3 विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल हैं। केंद्रीय चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि चुनाव में शराब ड्रग को लेकर आयोग जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करेगा। इसके लिए अधिकारियों की व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदारी तय कि जाएगी। उन्होंने कहा कि अवैध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
केंद्रीय चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शिमला में प्रेस वार्ता के दौरान ने चुनाव का बहिष्कार करने को लोकतंत्र के लिए सही नहीं बताया। इसे रोकने के लिए उन्होंने सभी DC को संबंधित लोगों से मिलकर कोई समाधान निकालने को कहा है। चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव के बाद नोडल अधिकारी तय करेंगे कि छुट्टी के बावजूद भी अधिकारियों ने वोट डाला है या नहीं। इस बीच अगर किसी अधिकारी ने वोट नहीं डाला होगा तो आयोग उससे वजह जानेगा। चुनाव में वोट प्रतिशतता को बढ़ाने के लिए आयोग ने यह कदम उठाने की बात कही है।
लोग अब साल में 4 बार अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा सकेंगे। केंद्रीय चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि 17 साल वाले पहले ही मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने के लिए आवेदन कर सकेंगे। ताकि 18 साल होने पर उनका नाम मतदाता सूची में दर्ज हो सके। मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने के लिए उन्हें लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। प्रदेश विधानसभा चुनाव में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए आयोग ने 142 बूथों पर महिला कर्मचारियों की ड्यूटी तय की है।
केंद्रीय चुनाव आयोग ने प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को घर से वोट डालने का भी अधिकार दिया है। इसके लिए उन्हें 5 दिन पहले संबंधित चुनाव अधिकारी को सूचित करना होगा। नामांकन वापस लेने के बाद उन्हें एक फॉर्म दिया जाएगा।
चुनाव अधिकारियों की देखरेख में वह अपना वोट डाल सकेंगे। इसकी बाकायदा वीडियोग्राफी भी होगी। प्रदेश में 54775 दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग एक एप भी जारी करेगा। चुनाव को लेकर सिवगिल मोबाइल एप भी लॉन्च किया जाएगा। जिसमें प्रदेश का कोई भी व्यक्ति चुनाव विभाग को शिकायत दर्ज कर सकेगा और विभाग 100 मिनट में उस शिकायत का निवारण करेगा।
विस चुनाव में प्रदेश के 50% पोलिंग बूथों पर वेब कास्टिंग होगी। केंद्रीय चुनाव आयोग दिल्ली में बैठकर प्रदेश के 50% बूथों में चुनाव की पल-पल की नजर रहेगी। सभी पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की सुविधाओं के लिए शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए सभी पोलिंग बूथों पर रैंप की व्यवस्था रहेगी।
142 बूथ का जिम्मा महिला कर्मचारियों को : विधानसभा चुनावाे में 5388409 मतदाता करेगे मतदान
Sep 24, 2022