एएम नाथ। शिमला : दो हजार करोड़ रुपये के क्रिप्टो करेंसी ठगी मामले में अब पुलिस एसआईटी ने आरोपी गर्ग के खिलाफ अतिरिक्त चार्जशीट दायर कर कोर्ट में पेश कर दी है। इस घोटाले में अभी तक 20 मामले दर्ज हुए हैं। पुलिस ने इस मामले में अभी तक 89 आरोपियों की गिरफ्तारी की है।
दो हजार करोड़ रुपये के क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले के मुख्य आरोपी सुभाष का ऑनलाइन कामकाज बीते दिनों कोलकाता से गिरफ्तार मिलन गर्ग संभालता था। लोगों को क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाने में भी इसकी भूमिका रही है। सुभाष इसे दुबई की सैर भी करवाता रहा है। अब पुलिस एसआईटी ने आरोपी गर्ग के खिलाफ अतिरिक्त चार्जशीट दायर कर कोर्ट में पेश कर दी है। एसआईटी प्रमुख और डीआईजी उत्तरी रेंज अभिषेक दुल्लर ने कहा कि आरोपी से पूछताछ हुई है। इस घोटाले में अभी तक 20 मामले दर्ज हुए हैं। पुलिस ने इस मामले में अभी तक 89 आरोपियों की गिरफ्तारी की है। इस मामले में अब तक छह लोगों की धनराशि वापस की गई है। पहली चार्जशीट वर्ष 2023 दिसंबर में पेश की गई थी। इसके बाद दूसरी जनवरी 2024, तीसरी मार्च 2024 और अब जुलाई 2024 में चौथी चार्जशीट दायर हुई। इनमें आरोपी सुभाष, हेमराज, अभिषेक और सुखदेव और अन्य एजेंट शामिल हैं। बता दें कि इन पर चारों पर आरोप है कि इन्होंने हिमाचल के लोगों को ठगने का जाल बुना। अब मिलन गर्ग के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई।
क्रिप्टो करेंसी ठगी मामला : एसआईटी की मानें तो ठगी का खेल वर्ष 2018 से चल रहा था। शुरुआत में आरोपियों ने कई लोगों को निवेश के 11 महीने के बाद पैसे डबल करके भी दिए। इसके बाद जब लोगों को तीन साल बाद पैसे नहीं मिले तो पुलिस में शिकायतें करने लगे। एसआईटी के मुताबिक मामले में अभी और भी गिरफ्तारियां होनी हैं। आरोपियों ने हिमाचल के अलावा पंजाब, हरियाणा के लोगों को भी ठगा है। मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, पंजाब, दिल्ली, चंडीगढ़ में इनकी संपत्तियां हैं।