मोहाली : मोहाली स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में नहाती हुई 60 से ज्यादा लड़कियों के वीडियो वायरल करने से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया शिमला का रंकज वर्मा 20 दिन बाद जेल से बाहर आ गया। पंजाब की खरड़ कोर्ट से रेगुलर बेल मिलने के बाद जेल से बाहर आए रंकज ने खुद को रॉन्ग आइडेंटिटी और साइबर फ्रॉड का शिकार बताया।
रंकज ने दावा किया कि उसे साजिश के तहत इस केस में फंसाया गया। यह बात कोर्ट के अंदर भी साबित हो गई इसलिए माननीय जज ने उसकी जमानत मंजूर कर ली। रंकज ने कहा कि वह चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली रोहड़ू (हिमाचल प्रदेश) की आरोपी लड़की या सन्नी मेहता को जानता तक नहीं। ये लोग कौन हैं? उसे नहीं पता। वह और उसका पूरा परिवार तो यह सोच-सोचकर हैरान-परेशान है कि आखिर उसका नाम इस मामले में आया कैसे?
गौरतलब है कि सन्नी मेहता रोहड़ू का ही रहने वाला है और वहां की एक बेकरी में काम करता है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सन्नी मेहता आरोपी लड़की का बॉयफ्रेंड है जबकि सन्नी मेहता रिमांड के दौरान पुलिस अफसरों से कह चुका है कि उसका वीडियो वायरल होने वाली घटना से कई दिन पहले ही लड़की से झगड़ा हो गया था और उसके बाद उसने लड़की को ब्लॉक कर दिया था। रंकज ने कहा कि 17 सितंबर की रात को चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में छात्राओं ने हंगामा किया और 18 सितंबर की दोपहर होते-होते उसकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। वह उस समय शिमला में था।
रंकज के पिता रूप सिंह वर्मा ने कहा कि उनका परिवार पहले दिन से कह रहा है कि रंकज ने कुछ नहीं किया। उसे फंसाया जा रहा है। रूप सिंह वर्मा ने कहा कि उनका परिवार देवभूमि हिमाचल का रहने वाला है। यहां इस तरह का काम कभी नहीं कर सकते। उनके परिवार को अपने देवी-देवताओं पर पूरा विश्वास था कि एक दिन इंसाफ जरूर मिलेगा।
रंकज वर्मा की जमानत के लिए उसके भाई पंकज तीन हफ्ते से भागदौड़ कर रहे थे। पंकज ने कहा कि पंजाब पुलिस ने 18 सितंबर की रात को रंकज को गिरफ्तार किया और हम उसी दिन से अफसरों से कह रहे हैं कि वह बेकसूर है। अब तो कोर्ट ने भी उसे रेगुलर बेल देकर एक तरह से उनकी बात पर मुहर लगा दी है।
रंकज ने अपने वकील के जरिये खरड़ कोर्ट में दायर की जमानत अर्जी में खुद को बेकसूर बताते हुए इसे रॉन्ग आइडेंटिटी का केस बताया। उसके वकीलों की ओर से अदालत में दलील दी गई कि फेसबुक अकाउंट से उसकी फोटो उठाकर उसका मिसयूज किया गया। रंकज ने दावा किया कि वह सन्नी मेहता, आरोपी छात्रा या फौजी संजीव सिंह से कभी नहीं मिला। न ही उनका इन तीनों से कोई संपर्क रहा। उसके फोन की CDR चेक करके इसकी पुष्टि की जा सकती है। फौजी संजीव सिंह भी कोर्ट में रंकज को निर्दोष बता चुका है।
पंजाब पुलिस ने 18 सितंबर की दोपहर में आरोपी छात्रा को अरेस्ट कर लिया। उसी दिन देर रात हिमाचल से रंकज वर्मा और सन्नी मेहता को गिरफ्तार किया गया। रंकज की फोटो आरोपी छात्रा ने ही अपने मोबाइल में दिखाई थी। पंजाब पुलिस ने रंकज को शिमला के ढली से पकड़ा वहीं सन्नी मेहता को रोहड़ू से अरेस्ट किया गया। आरोपी छात्रा भी रोहड़ू की रहने वाली है। 31 साल का रंकज शिमला की एक ट्रेवल एजेंसी में काम करता है। वह मूल रूप से ठियोग के संधू क्षेत्र का है जबकि 23 साल का सन्नी मेहता रोहड़ू की ही एक बेकरी में काम करता था।
20 दिन बाद जेल से बाहर आया : रंकज ने दावा उसे साजिश के तहत फंसाया, आरोपी लड़की या सन्नी मेहता को जानता तक नहीं
Oct 08, 2022