लुधियाना : 10 मई को हरगोबिंद नगर में जिम से लौट रही 33 वर्षीय स्वीटी अरोड़ा के साथ हादसा नहीं हुआ था, बल्कि उसके प्रेमी ने ही कार से कुचल कर उसकी हत्या की थी। शादी का दवाब बनाने पर मोबाइल का कारोबार करने वाले उसके प्रेमी लखविंदर सिंह ने उसे रास्ते से हटाने की साजिश रची थी।
इसके बाद ड्राइवर व साथी के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने जांच की तो राज खुल गया।
दो आरोपी गिरफ्तार, ड्राइवर अभी भी फरार
पुलिस ने तरनतारन के रहने वाले लखविंदर सिंह उर्फ लक्खा उसके साथी कुलविंदर सिंह उर्फ पिंदा और ड्राइवर अजमेर सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। लखविंदर और कुलविंदर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अजमेर फरार है। लक्खा इस समय मोहाली में रह रहा था। हरगोबिंद नगर निवासी युवती स्वीटी अरोड़ा 10 मई को सूफियां बाग चौक के नजदीक सुबह साढ़े पांच बजे जिम गई थी।
प्रेमी पहले से शादीशुदा
जिम से लौटते समय तेज रफ्तार कार ने उसे रौंद दिया था। कार सवार ने बाहर आकर उसे उठाया और उसे लोगों की मदद से अस्पताल भेजा था, लेकिन उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद आरोपित फरार हो गया था। पुलिस के मुताबिक लखविंदर सिंह शादीशुदा था और विदेश से मोबाइल लाकर यहां बेचने का काम करता है। इस दौरान उसका संपर्क स्वीटी से हो गया था और दोनों में प्रेम संबंध बन गए।
स्वीटी उसे शादी करने का दबाव बना रही थी, लेकिन लखविंदर उससे शादी नहीं करना चाहता था। इसी को लेकर उनका आपसी विवाद चल रहा था। आरोपित ने स्वीटी को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। इसमें उसने अपने ड्राइवर कुलविंदर सिंह और एक टैक्सी ड्राइवर अजमेर सिंह को शामिल किया।
हत्या को बताया हादसा
अजमेर से लखविंदर ने कहा कि उसे स्वीटी को कार के नीचे रौंदना है, इसके लिए उसने उसे सुपारी के 50 हजार रुपये देने थे। आरोपित चार दिन तक लुधियाना आकर स्वीटी की रेकी करते रहे। उन्हें लगा कि सुबह का समय ठीक होगा। कार से कुचलने के समय अजमेर के अलावा दोनों आरोपित भी साथ ही थे। इन्होंने हादसे का ड्रामा बनाया और फिर फरार हो गए।
सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स ने खोला राज
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया। पुलिस ने जब चेक किया तो पाया कि स्वीटी को टक्कर मारने वाली कार काफी देर से इलाके में घूम रही थी। जब पुरानी फुटेज चेक की तो कार चार दिन से लगातार इलाके में घूम रही थी। काल डिटेल्स को खंगाला। उसमें लखविंदर का नंबर आया था। सूत्रों की मानें तो आरोपित अजमेर को पुलिस ने पहले गिरफ्तार कर लिया था।
गाड़ी चलाने वाले को देने थे हजारो रुपये
प्यार के लिए गंवा बैठी जिंदगी आखिर स्वीटी का कसूर क्या था। यही न कि उसने प्यार किया था। प्यार की सजा मौत मिलेगी, इसका उसे अंदाजा भी नहीं था। स्वीटी की मौत के साथ परिवार ही उजड़ गया। पिता व दो भाइयों की पहले ही मौत हो चुकी है। अब परिवार में मां अकेली बची है। स्वीटी ही मां का सहारा थी।