लुधियाना: केंद्रीय जेल से नशा का नेटवर्क चल रहा है। इस नेटवर्क का भंडाफोड़ फतेहगढ़ पुलिस ने किया। नशा तस्करी के मामले में पुलिस ने 2 जेल कैदियों और एक सप्लायर सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। तस्करों के कब्जे से 5.31 लाख फार्मा ओपीओयड्ज (गोलियां-कैप्सूल) बरामद किए हैं। जानकारी देते हुए DIG रोपड़ रेंज गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि फतेहगढ़ पुलिस ने 23 जनवरी 2023 को विशेष नाकाबंदी के दौरान सन्नी कुमार को काबू करके उसके कब्जे से 19,590 नशीली गोलियां बरामद की थीं। आरोपी से जब पूछताछ की तो उसने कई खुलासे किए। सन्नी से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने जेल में बंद नशा तस्करी के मास्टरमाइंड ईशान गुप्ता और रवि कुमार का नाम उगला। सन्नी ने पुलिस को बताया कि वह जेल में बंद दोनों आरोपियों के इशारों पर ग्राहकों को नशीली गोलियां सप्लाई करता था। दोनों बदमाश केंद्रीय जेल लुधियाना में बंद हैं। दोनों तस्कर मोबाइल फोन के जरिए उससे संपर्क करते थे। दोनों आरोपियों पर लुधियाना में FIR दर्ज की गई है।
जेल में बंद दोनों आरोपियों को फतेहगढ़ पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई। आरोपियों से पुलिस को एक सैमसंग मोबाइल फोन भी बरामद हुआ। इसी फोन के जरिए बदमाश जेल से नशा तस्करी का नेटवर्क चलाते थे। DIG ने बताया कि दोनों आरोपियों ने खुलासा किया है कि उन्होंने रणजीत रिंकू द्वारा सन्नी को फार्मा ड्रग सप्लाई करवाई थी और पुलिस द्वारा शनिवार को उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
रणजीत रिंकू द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पुलिस टीमों ने लुधियाना के शिमलापुरी इलाके में रेड की। गोदाम को सील कर दिया। गोदाम से पुलिस को लोमोटिल की 3.60 लाख गोलियां और ट्रामाडोल की 1.51 लाख गोलियां बरामद हुईं। वहीं, SSP फतेहगढ़ साहिब डॉ. रवजोत गरेवाल ने बताया कि आरोपी रणजीत रिंकू का पुलिस रिमांड हासिल कर लिया है। मुख्य सप्लायर का पता लगाने के लिए और पूछताछ की जा रही है। इस मामले में और बरामदगी होने की उम्मीद है।