चंडीगढ़ : अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश किए जाने के बाद भी पूछताछ जारी है। आज (सोमवार को) विजिलेंस ब्यूरो और पंजाब पुलिस की टीम न्यू नाभा जेल पहुंची। जहां तकरीबन 2 घंटों तक बिक्रम मजीठिया से पूछताछ की। हालांकि पूछताछ के बाद पुलिस टीम व विजिलेंस ने मीडिया से दूरी बना कर रखी है। इससे स्पष्ट होता है कि आने वाले दिनों में पुलिस अतिरिक्त चार्जशीट भी पेश कर सकती है। अंदाजा यही लगाया जा रहा है कि ये पूछताछ भी आय से अधिक संपत्ति मामले में ही हुई है।
गौरतलब है कि, दो दिन पहले ही बिक्रम मजीठिया के खिलाफ पंजाब सरकार की तरफ से 40 हजार पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की गई है। इस चार्जशीट को कोर्ट में पेश करने के लिए 4 ट्रक लाए गए। खास बात है कि इस चार्जशीट में 200 गवाह शामिल किए गए हैं और जो प्रॉपर्टी 540 करोड़ की कही जा रही थी, अब 700 करोड़ की प्रॉपर्टी इस चार्जशीट में विवादित बताई गई है। सूत्रों से पता चला है कि विजिलेंस ने 700 करोड़ की अवैध और बेमानी संपत्ति का खुलासा चार्जशीट में किया है। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, यूपी और दिल्ली में 15 ठिकानों की जांच के बाद चार्जशीट तैयार की गई है। चार्जशीट में कई अकाली और बीजेपी नेताओं के भी बयान दर्ज हैं। वहीं, दावा किया जा रहा है कि विजिलेंस ने तय समय पर चार्जशीट दाखिल की है।
जब मीडिया ने एडवोकेट फैरी सोफत से सवाल किया कि, पहले तो 540 करोड़ की संपत्ति कही जा रही थी, जबकि अब 700 करोड़ की हो गई। इस पर उनका जवाब था कि विजिलेंस की टीम करीब 2 महीने से महीने की जांच कर रही थी काफी चीजें इन्होंने बेनामी बनाई थी। कई लग्जरी कार व अन्य चीजें थी। एडवोकेट ने बताया कि मजीठिया ने अपने ड्राइवर आदि लोगों के नाम पर प्रॉपर्टी बनाई हुई थी। जिस वजह से 700 करोड़ बन गई है। डीए 1200 प्रतिशत से ऊपर का है। हर चीज की जानकारी है। इसलिए 40 हजार पन्ने और चार ट्रक लेकर आएंगे। वकील ने कहा कि यह चार्जशीट तैयार करना कोई आसान काम नहीं थी। क्योंकि इसमें केस की डिटेल में जाना होता है । टीमें रात तीन बजे तक काम करती थी, जबकि सुबह आठ बजे दोबारा काम शुरू हो जाता था। 400 बैंक खाते कहना आसान है, लेकिन उनकी डिटेल निकालना उतना ही मुश्किल। दस साल का रिकॉर्ड निकाला गया। यह बहुत बड़ा टास्क था।