चंडीगढ़ । पंजाब में नशे के खिलाफ कार्रवाई में शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को बुधवार (25 जून) को गिरफ्तार कर लिया गया। इस बीच पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर की जांच कर रहे विशेष जांच दल (SIT) और पंजाब स्टेट क्राइम एंड विजिलेंस ब्यूरो की ओर से की गई जांच में मजीठिया द्वारा ड्रग मनी के बड़े पैमाने पर लॉन्ड्रिंग का खुलासा हुआ है।
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के मुताबिक शुरुआती जांच से पता चला है कि अलग-अलग तरीकों से 540 करोड़ रुपये से अधिक के ड्रग मनी को व्हाइट किया गया है, जिसमें बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा नियंत्रित कंपनियों के बैंक खातों में जमा 161 करोड़ रुपये की भारी बेहिसाब नकदी का खुलासा हुआ है।
236 करोड़ रुपये का अतिरिक्त जमा
इसके अलावा अकाली नेता मजीठिया के संदिग्ध विदेशी संस्थाओं के माध्यम से 141 करोड़ रुपये का चैनलाइजेशन, कंपनी के फाइनेंशियल स्टेटमेंट में स्पष्टीकरण के बिना 236 करोड़ रुपये का अतिरिक्त जमा और बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा बिना किसी वैध आय स्रोत के चल या अचल संपत्ति का अधिग्रहण शामिल है।
मजीठिया के अमृतसर स्थित आवास पर छापेमारी
बता दें कि बिक्रम मजीठिया के अमृतसर स्थित आवास पर विजिलेंस टीम ने बुधवार (25 जून) को छापा मारा और उसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया. अकाली दल के नेता मजीठिया ने अपने घर हुई रेड का एक वीडियो भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया, जिसमें उनके और विजिलेंस के अधिकारियों के बीच बहस हो रही है।
उन्होंने वीडियो शेयर कर लिखा, ”मैंने आपको बहुत पहले ही बता दिया था कि जब भगवंत मान सरकार को मेरे खिलाफ झूठे ड्रग केस में कुछ नहीं मिला तो अब वे मेरे खिलाफ नया झूठा केस दर्ज करने की तैयारी कर रही है. आज विजिलेंस के एसएसपी की अगुवाई में टीम ने मेरे यहां छापा मारा है।
आप सरकार मेरी आवाज दबा नहीं पाएगी- मजीठिया
उन्होंने आगे कहा, ”भगवंत मान ये समझ लीजिए, आप चाहे जितने भी नोटिस दे दीजिए, न तो मैं डरूंगा और न ही आपकी सरकार मेरी आवाज दबा पाएगी. मैंने हमेशा पंजाब के मुद्दों पर बात की है और आगे भी करता रहूंगा.” गौरतलब है कि बिक्रम सिंह मजीठिया पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं. उन्होंने 2007 में मजीठा निर्वाचन क्षेत्र से पंजाब विधानसभा चुनाव जीता और 2012 और 2017 में फिर से जीत हासिल की थी. साल 2022 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।