लुधियाना : आईसीआईसी बैंक शाखा सुंदर नगर के मैनेजर ने धोखाधड़ी कर 6 बैंक खाताधारकों से 80 लाख रुपए से अधिक की राशि हड़प ली और फरार हो गए। एक ग्राहक द्वारा ठगी होने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया। जिसके बाद आईसीआईसी बैंक ने बुधवार को उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और 408 (क्लर्क या नौकर द्वारा आपराधिक विश्वासघात) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
कोलकाता के राहुल शर्मा 2022 से आईसीआईसी की सुंदर नगर शाखा के प्रबंधक के रूप में कार्यरत थे। पुलिस ने हंबड़ा रोड के सुखदेव एन्क्लेव के अरविंद कुमार के बयानों पर मामला दर्ज किया है, जो बैंक के क्षेत्रीय प्रमुख हैं। इन्वेस्टीगेशन अफसर सब इंस्पेक्टर सुखदेव ने कहा कि जांच के बाद एफआईआर दर्ज की गई है] क्योंकि पुलिस को 11 मार्च को बैंक के रिजनल मैनेजर से प्रबंधक के खिलाफ शिकायत मिली थी। पुलिस जांच में पाया गया कि राहुल शर्मा 2010 से आईसीआईसी बैंक के साथ काम कर रहा था। वह सुंदर नगर शाखा में निचले पद पर शामिल हुआ और धीरे-धीरे पदोन्नत होता गया। 2022 में वह बैंक की सुंदर नगर शाखा का मैनेजर बन गया, क्योंकि राहुल शर्मा एक दशक से अधिक समय से एक ही शाखा से जुड़ा था, इसलिए वह कई बैंक खाताधारकों से परिचित था। आपको बता दें कि सुंदर नगर क्षेत्र में सबसे अधिक हौजरी इंडस्ट्री स्थित है, इसलिए कई हौजरी निर्माताओं के संबंधित शाखा में अपने बैंक खाते हैं। राहुल शर्मा कि लंबे समय से बैंक से जुड़े होने के कारण जानते थे कि कई हौजरी व्यवसायी लंबे समय से अपने खातों का संचालन नहीं करते हैं। जब वह प्रबंधक बन गया, तो उसने खातों से पैसे उड़ाना शुरू कर दिया। अधिकारी ने आगे बताया कि आरोपी ने कम से कम छह ऐसे खातों की पहचान की, जो लंबे समय से संचालित नहीं हो रहे थे। सिस्टम में उसने फर्जी आईडी प्रूफ पर खरीदे गए मोबाइल नंबर को अपडेट किया और 10 लाख रुपए, 20 लाख रुपए आदि जैसी अलग-अलग रकम ट्रांसफर करना शुरू कर दिया। इसी बीच, ऐसे ही एक ग्राहक को अपने खाते की जांच करने पर इसकी जानकारी हुई तो उसने राहुल शर्मा से संपर्क किया। जिन्होंने कहा कि वह इसकी जांच करेंगे और उन्हें सूचित करेंगे। हालांकि इसके बाद राहुल शर्मा लंबी छुट्टी लेकर लुधियाना से चला गया।
राहुल शर्मा की अनुपस्थिति में एक ग्राहक ने वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया। जिन्होंने राहुल शर्मा से संपर्क किया, लेकिन राहुल ने ईमेल के जरिए अपना इस्तीफा भेज दिया और कभी वापस नहीं लौटा। इसके बाद, बैंक ने खातों की जांच की और पाया कि आरोपी ने लगभग 80.75 लाख रुपए का गबन किया, और फिर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। अधिकारी ने कहा कि पुलिस बैंक मैनेजर का पता लगाने के लिए उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी करवाएगी।