7 भारत लौटे – कतर में मौत की सजा पाए 8 पूर्व नौसैनिक रिहा : एयरपोर्ट पर लगाए भारत माता की जय के नारे, पीएम मोदी और कतर के अमीर का किया धन्यवाद

by

नई दिल्ली  : कतर ने भारत के 8 पूर्व सैनिकों को रिहा कर दिया है. उन्हें इजराइल के लिए जासूसी के आरोप में फांसी की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद भारत सरकार के अनुरोध पर उनकी सजा को पहले उम्रकैद में बदला गया और अब रिहा भी कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार इसमें से 7 नौसैनिक तो भारत भी लौट आए हैं।  विदेश मंत्रालय ने एक्स पर साझा की गई एक पोस्ट में लिखा कि भारत सरकार कतर में मौत की सजा पाए 8 भारतीय पूर्व नौसैनिकों की रिहाई का स्वागत करता है। उनमें से 7 भारत लौट आए हैं। हम इन नागरिकों की रिहाई और घर वापसी के लिए कतर के अमीर की सराहना करते हैं।  भारत लौटने वाले एक नौसैनिक ने कहा पीएम नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप के बिना उनकी रिहाई संभव नहीं थी। उन्होंने दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद भारत माता की जय के नारे लगाए। सभी अधिकारियों ने पीएम मोदी और कतर के अमीर को धन्यवाद दिया।

यह सैनिक  रिहा हुए :     पूर्व भारतीय नौसैनिकों कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कैप्टन बीरेंद्र कुमार शर्मा, कमांडर संजीव गुप्ता, कमांडर सुगुनाकर पगला, कमांडर अमित नागपाल, नाविक रागेश, कैप्टन सौरभ वशिष्ट का नाम शामिल हैं. ये सभी नौसैनिक कतर के सैनिकों को ट्रेनिंग देते थे।

2022 में सुनाई गई थी मौत की सजा:  बता दें कि सभी 8 पूर्व भारतीय नौसैनिक अलदहरा ग्लोबल टेक्नोलाॅजीज और कंसेल्टेंसी सर्विसेज के साथ काम रकने वाले पूर्व भारतीय नौसैनिकों को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद भारत सरकार ने इस मामले में कानूनी मदद ली. जानकारी के अनुसार 26 अक्टूबर 2022 को कतर की एक अदालत ने 8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों को मौत की सजा सुनाई थी।

भारत ने बनाया दबाव :   हालांकि जब यह सजा हुई तो कतर और भारत में किसी ने इन आरोपों को सार्वजनिक नहीं किया। हालांकि जब मौत की खबर ने वैश्विक सुर्खिया बटोरीं तो भारत हरकत में आया। इससे पहले पूर्व नौसैनिक अधिकारियों ने अक्टूबर 2022 में दोहा में भारतीय राजदूत से मुलाकात की थी इसके बाद वे अपने रिश्तेदारों से बात कर पाए थे। मार्च 2023 में दायर की गई याचिकाओं में से आखिरी याचिका खारिज कर दी गई थी।

इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने 1 दिसंबर 2023 को दुबई में कोप 28 शिखर सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी और कतर के अमीर शेख बिन हमाद थानी के बीच बैठक के बाद पूर्व नौसैनिकों की सजा को कम किया गया था।

Share
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  

You may also like

article-image
पंजाब

खेती विरोधी तीनों कानूनों को रद्द करवाने के लिए व एमएसपी को कानूनी मान्यता दिलाने तक संघर्ष जारी रहेगा : मट्टू

संयुक्त मोर्चे द््वारा किसान विरोधी कानूनों खिलाफ संघर्ष निरंतर जारी- गढ़शंकर : जियो कार्यालय समक्ष काबल सिंह शाहपुर की अध्यक्षता में रैली को बीबी सुभाष मट्टू प्रांतीय उपाध्यक्ष जनवादी स्त्री सभा ने संबोधित करते...
article-image
दिल्ली , पंजाब , राष्ट्रीय , हरियाणा , हिमाचल प्रदेश

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ,कांग्रेस पार्टी की नई वर्किंग कमेटी में शामिल : मनीष तिवारी को भी स्थायी मेहमानों की लिस्ट में दी जगह

नई दिल्ली :  कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी का गठन कर दिया है,  कांग्रेस पार्टी की नई वर्किंग कमेटी में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का नाम भी शामिल...
article-image
हिमाचल प्रदेश

सत्ता में आते ही उद्योगों पर तरह-तरह के दबाव बनाकर क्या संदेश देना चाहती है सरकार – उद्योगों के पीछे क्यों पड़ी है सरकार, मुख्यमंत्री साफ़ करें अपनी मंशा: जयराम ठाकुर

पूरी दुनिया में सरकार उद्योगों को प्रोत्साहित करती हैं तो उद्योग आर्थिकी में करता है सहयोग एएम नाथ। शिमला :  नेता प्रतिपक्ष जायराम ठाकुर ने शिमला से जारी बयान में सुक्खू सरकार की उद्योगों...
Translate »
error: Content is protected !!