अध्यापकों को प्रशिक्षण के लिए दूसरे बैच तहत मार्च में भेजा जाएगा फिनलैंड, होशियारपुर में बनेंगे 9 स्कूल ऑफ हैप्पीनेस
होशियारपुर : 26 जनवरी: पंजाब के शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और लोक संपर्क मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने आज यहां 76वें गणतंत्र दिवस मौके राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए कहा कि हमें सभी को स्वतंत्रता संग्राम के महान शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए।
गणतंत्र दिवस मौके स्थानीय पुलिस लाइन ग्राउंड में हुए जिला स्तरीय समारोह दौरान कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने तिरंगा फहराने के बाद परेड का निरीक्षण किया और मार्च पास्ट से सलामी ली। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों का सम्मान करने के साथ-साथ जरूरतमंद व्यक्तियों को मोटर ट्राइसाइकिल और सिलाई मशीनें भी वितरित कीं।
देशवासियों को बधाई संदेश देते हुए कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने देश की तीनों सेनाओं और सशस्त्र बलों के बहादुर वीरों को सलाम किया। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी, 1950 को भारतीय संविधान लागू होने के साथ भारतीय गणराज्य की स्थापना के साथ भारत को दुनिया में सबसे बड़ी लोकतंत्र होने का गौरव प्राप्त हुआ। उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के बहुमूल्य योगदान को भी नमन किया।
आज़ादी के लिए लड़े संघर्ष में पंजाबियों की अग्रणी भूमिका की बात करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि हमारा इतिहास जलियांवाला बाग और अन्य खूनी घटनाओं से भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में सबसे ज्यादा कुर्बानियां पंजाबियों ने दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार शहीदों के सपनों को पूरा करने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार ने शहीद-ए-आज़म सरदार भगत सिंह के गांव खटकर कलां में शपथ ग्रहण करने के बाद महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए सरकारी कार्यालयों में शहीद भगत सिंह और संविधान के निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीरें लगवाईं। मोहाली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम शहीद सरदार भगत सिंह के नाम पर रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बाद अब पंजाब सरकार ने वहां शहीद-ए-आज़म की मूर्ति स्थापित की है।
पंजाब सरकार की लोकहितकारी पहलकदमियों की बात करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सरकार फौजी जवानों, शहीदों के परिवारों और पूर्व फौजियों की भलाई के लिए भी दृढ़ संकल्पित है। राज्य सरकार ने शहीद जवानों के वारिसों के लिए एक्स-ग्रेशिया राशि 50 लाख रुपए से बढ़ाकर 1 करोड़ रुपए की है और इस वित्तीय सहायता योजना के तहत अग्निवीरों को भी शामिल किया है।
राज्य और देश की सुरक्षा के लिए जान गंवाने वाले पुलिस कर्मियों के परिवारों को 1 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता देने की भी व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने धार्मिक सैनिकों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता 10 हजार से बढ़ाकर 12 हजार रुपए प्रति माह करने के साथ-साथ राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों या उनके वारिसों को मिलती पेंशन 9400 से बढ़ाकर 11 हजार रुपए कर दी है।
पंजाब में नौजवानों को रोजगार देने के बारे में उन्होंने कहा कि पिछले करीब 34 महीनों दौरान लगभग 50 हजार सरकारी नौकरियां दी गई हैं और राज्य भर में 4862 प्लेसमेंट लगाकर 2 लाख 72 हजार 590 नौजवानों को निजी क्षेत्र में रोजगार हासिल करने में मदद की गई। पंजाब पुलिस में अप्रैल 2022 से अब तक 10,000 से अधिक भर्तियां की गई हैं। उन्होंने कहा कि 881 आम आदमी क्लीनिकों की शुरुआत के साथ लाखों लोगों को मुफ्त में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं। शिक्षा क्रांति के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में 118 स्कूल ऑफ एमिनेंस शुरू हुए हैं जिनमें से पांच होशियारपुर जिले में स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अप्रैल 2022 से अब तक कुल 10,376 अध्यापकों की भर्ती की गई है और अब तक 198 स्कूल प्रिंसिपलों एवं शिक्षा प्रशासकों को सिंगापुर से, 150 हेड-मास्टर्स को आईआईएम, अहमदाबाद और 72 प्राथमिक स्कूल अध्यापकों को यूनिवर्सिटी ऑफ तुर्कू, फिनलैंड से