एएम नाथ । धर्मशाला, 20 जुलाई । हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) कर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में रविवार को जिला मुख्यालय धर्मशाला स्थित बस अडडा में गेट मीटिंग कर सरकार के खिलाफ हुंकार भरी।
इस दौरान निगम कर्मियों खासकर चालक वर्ग ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर निगम प्रबंधन और सरकार के खिलाफ उनकी मांगों को लेकर उदासीन रवैये की कड़ी निंदा की। उनका कहना है कि हर माह दस तारीख को नारेबाजी करने उपरांत वेतन का भुगतान किया जाता है, ऐसे में उनकी प्रमुख मांग है कि हर माह की पहली तारीख को पेंशन व वेतन का भुगतान सुनिश्चित किया जाए। साथ ही यूनियन ने चेताया है कि 31 जुलाई तक मांगें न मानी गई तो पहली अगस्त को एचआरटीसी कर्मी सड़कों पर होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेवारी प्रदेश सरकार व निगम प्रबंधन की होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर 31 जुलाई तक उनकी मांगें पूरी नही की गई तो 1 अगस्त से चालक 8 घंटे की ड्यूटी के बाद कोई काम नही करेंगे।
रविवार को धर्मशाला बस अडडा में एचआरटीसी कर्मियों ने गेट मीटिंग की, जिसकी अध्यक्षता एचआरटीसी ड्राइवर्स यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष मान सिंह ठाकुर ने की। इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष ने कहा निगम प्रबंधन को 15 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया है, जिस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है, ऐसे में 31 जुलाई तक मांगों पर कोई निर्णय नहीं होता है तो पहली अगस्त को निगम कर्मी सडक़ों पर उतरने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि निगम कर्मियों को पहली तारीख को वेतन और पेंशन देना सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में आलम यह है कि निगम कर्मियों को हर माह दस तारीख को नारे लगाने के बाद वेतन दिया जा रहा है, कर्मियों को देय लाभ लंबित पड़े हैं। निगम कर्मियों की मांगों में रुकी हुई पदोन्नति को बहाल करना, एनपीएस, वेतन समय पर देना, 4-9-14 का लाभ देना, एरियर का भुगतान, रात्रि एवं अतिरिक्त भत्ते, चिकित्सा भत्ता, मुफ्त यात्रा पास, चालकों की भर्ती करना, कुलपुर्जों की कमी को दूर करना, पीसमील कर्मियों के हितों का ध्यान रखना, मेडिपर्सन एक्ट, लंबित तीन वर्दियां देना आदि शामिल हैं। इस अवसर पर एचआरटीसी के विभिन्न वर्गों के कर्मचारी मौजूद रहे।