बठिंडा : बठिंडा जिले के गांव जीदा में सितंबर माह में हुए धमाके की जांच में नया मोड़ आया है। बता दें कि नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) इस केस में नई कड़ियों को जोड़ने में जुटी हुई है।
घटना से जुड़े एक बड़े अपडेट में एजेंसी ने जांच दायरा बढ़ाते हुए शुक्रवार को मुक्तसर जिले के हराज गांव में एक पंचायत सदस्य के घर पर छापेमारी की।
3 घंटे चली गहन पूछताछ
सूत्रों के अनुसार, जिस घर पर NIA ने रेड की, वह जीदा ब्लास्ट के मुख्य आरोपी गुरप्रीत सिंह का मामा बताया जा रहा है। टीम ने लगभग तीन घंटे तक घर की बारीकी से तलाशी ली और परिवार के सदस्यों से विस्तृत पूछताछ की।
गुरप्रीत को विस्फोटक सामग्री कहां से मिली?
कौन लोग उसके संपर्क में थे?
इस मॉड्यूल में और कौन सक्रिय हो सकता है?
छानबीन के दौरान किसी भी तरह का संदिग्ध सामान बरामद नहीं हुआ और न ही किसी को हिरासत में लिया गया। पूछताछ के बाद टीम मौके से लौट गई।
गुरप्रीत के कट्टरपंथी लिंक पर जांच तेज
10 सितंबर को हुए धमाके में आरोपी गुरप्रीत सिंह बुरी तरह घायल हुआ था, जिसके चलते उसका दाहिना हाथ काटना पड़ा। उसके पिता भी विस्फोट में जख्मी हुए थे। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि गुरप्रीत सोशल मीडिया के जरिए कट्टरपंथी विचारधारा से प्रभावित हुआ था और वह संवेदनशील स्थानों पर हमले की योजना बना रहा था।
कई राज्यों में मिले विस्फोटकों से बढ़ी NIA की चिंता
हाल के हफ्तों में दिल्ली, फरीदाबाद और पंजाब के विभिन्न हिस्सों में विस्फोटक सामग्री मिलने के बाद NIA इस केस को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला मान रही है। यही कारण है कि एजेंसी इस नेटवर्क की हर कड़ी खंगालने में जुटी हुई है, ताकि यह पता चल सके कि सामग्री की आपूर्ति कहां से हुई और क्या इस मॉड्यूल में और लोग भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
नेटवर्क की तलाश जारी
NIA अब इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रही है कि गुरप्रीत तक विस्फोटक किसने पहुँचाए और क्या कहीं कोई बड़ा मॉड्यूल सक्रिय है। एजेंसी इस पूरे नेटवर्क को उजागर करने के लिए पंजाब से बाहर भी अपनी जांच का दायरा बढ़ा सकती है।
