गढ़शंकर : पंजाब-यूटी मुलाजिम तथा पैंशनर्स संयुक्त फ्रंट के फैसले के तहत डैमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डी.टी.एफ.) की प्रांतीय कमेटी के फैसले के अंतर्गत 2 से 4 जुलाई को पंजाब सरकार के पेश किए पहले बजट में मुलाजिमों की अनदेखी के रोष स्वरुप बजट की प्रतियां फूंकने की कार्रवाई के तहत जिला होशियारपुर के विभिन्न स्कूलों में बजट की प्रतियां फूंक कर रोष प्रदर्शन किया गया। डैमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट के प्रांतीय महासचिव मुकेश कुमार, सुखदेव डानसीवाल, इंद्रसुखदीप सिंह ओडरा, करनैल सिंह माहिलपुर, अजय कुमार, मनजीत सिंह फतेहपुर, अश्वनी कुमार, बलजिन्द्र सिंह व अजय कुमार बग्गा ने बताया कि वोटों से पहले आप पार्टी के सभी नेताओं द्वारा मुलाजिमों के प्रदर्शनों में शामिल होकर कहा गया था कि यदि आप पार्टी की सरकार बनती है तो मुलाजिमों की हर तरह की मांगों को पहल के आधार पर पूरी करेंगे पर सरकार के पहले बजट में ही मुलाजिमों की अहम मांगें पहली जनवरी 2004 के बाद भर्ती हुए पंजाब के लाखों मुलाजिमों तथा बाजारु जोखिमों से जुड़ी नई पैंशन स्कीम को रद्द करते हुए पुरानी पैंशन स्कीम बहाल करना, एक लाख से अधिक गिनती के समूह अस्थाई मुलाजिमों को बिना शर्त पक्के करने से टालमटौल, कंप्यूटर अध्यापकों को शिक्षा विभाग में पूरे स्केलों समेत मर्ज न करना, ग्रामीण भत्ता, बार्डर एरिया भत्ता तथा हैंडीकैप्ड सफर भत्ते समेत मुलाजिमों के काटे गए 37 किस्म के भत्ते तथा ए.सी.पी. की बहाली, 6वें वेतन आयोग को संशोधित करके लागू करने तथा इसके बकाये जारी करने संबंधी बजट में कोई जिक्र तक न करना, नई भर्ती के तहत मुलाजिमों का प्रोबेशन के नाम पर प्राथमिक वेतन तथा केंद्रीय स्केल द्वारा आर्थिक शोषण जारी रखने वाले पत्र को वापस लेना, प्रदेश सरकार के बजट द्वारा पंजाब के 19 हजार के करीब स्कूलों में से 100 स्कूलों (महज 0.5 प्रतिशत) को चुन कर सुधार करने का दिखावा करना, जमात शिक्षा के स्थान पर डिजीटल शिक्षा को प्रमोट करते हुए निजीकरण व कार्पोरेट पक्षीय नई शिक्षा नीति को रद्द करना, मान भत्ता वर्करों को कम से कम पारिश्रमिक कानून के अधीन लाने के संबंधी समेत अन्य मांगों के बारे में कार्रवाई न करना पंजाब के समूह मुलाजिमों के साथ सरासर धोखा है।
डैमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट द्वारा बजट की प्रतियां फूंक कर रोष प्रदर्शन
Jul 02, 2022