शिमला : हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार लगातार एक्शन मोड में है । आज फिर से एक और फैसले ने प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है। प्रदेश सरकार ने आज लगभग 178 हेल्थ संस्थान , 3 तहसील ऑफिस, 20 सब तहसील, 9 कानूनगो सर्किल, 79 पटवार सर्किल और 1 फोरेस्ट डिवीजन को भी डिनोटिफाई कर कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के चुनाव क्षेत्र का फोरेस्ट डिविजन भी डिनोटिफाई कर दिया गया है।
वन विभाग ने 22 सितंबर 2022 की अधिसूचना के अनुसार नए बनाए गए फोरेस्ट डिविजन (वाइल्ड लाइन) जंजैहली को भी डिनोटिफाई किया है। इसी तरह 42 पटवार सर्किल दफ्तर भी डिनोटिफाई किए गए। इसे लेकर राजस्व, वन और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव द्वारा आदेश जारी कर दिए गए है। इन्हें बंद करने के पीछे राजनीति लाभ लेने की मंशा और बजट का प्रावधान नहीं करने का तर्क दिया जा रहा है। सुक्खू सरकार के सख्त निर्णय के बाद सत्तापक्ष और विपक्ष में टकराव बढ़ता जा रहा है। भाजपा पहले ही सरकार के इस निर्णय को अदालत में चुनौती देने की चेतावनी दे चुकी है।
3 तहसील दफ्तर हुए डिनोटिफाई
स लाहौल स्पीति का उदयपुर, बिलासपुर का भराड़ी और सोलन की कृष्णागढ़ तहसील।
डिनोटिफाई 9 कानूनगो सर्किल दफ्तर :
बनेहरडी, रायपुर, कजौण, राजपुर तथा भाटांवली, केलोधार, बस्सी, भजौन तथा सतौन, मझोठी और भाम्बला।
20 सब तहसील भी हुई डिनोटिफाई:
हरलोग, कालाअंब जालग, चचियां, जाहलमां, राजपुर खोडोंवाला, धमावड़ी, समरकोट, थेली चक्की, साहो, ज्यूरी, दौलतपुर चौक, बड़ागांव, बल्देयां, कोटी, तलाई, सुबाथू, मतियाना, सतौन और अशला सब तहसील दफ्तर।
मंडी सेटलमेंट डिवीजन भी डिनोटिफाई :
राजस्व विभाग ने 26 अगस्त 2022 की अधिसूचना के अनुसार बनाए गए सेटलमेंट डिवीजन मंडी को भी डिनोटिफाई कर दिया है। इसी के साथ शिमला और कांगड़ा के पूर्व में चल रहे सेटलमेंट ऑफिस की जूरिडिक्शन को यथावत रखा है।
नए स्वास्थ्य संस्थानों पर जड़ा ताला :
स्वास्थ्य विभाग ने नए खोले गए संस्थानों पर ताला जड़ने और अपग्रेडिड चिकित्सा संस्थानों का दर्जा वापस लेने का निर्णय लिया है।इनके स्टाफ के समायोजन को लेकर जल्द अलग से आदेश जारी किए जाएंगे। इन दफ्तरों को बंद करने के पीछे तर्क दिया जा रहा है कि पूर्व सरकार ने बजट और स्टाफ का प्रावधान किए बगैर ही इन्हें खोल दिया था।
पटवार सर्किल ऑफिस पर ताला :
सिरमौर में देवीनगर, गोंदपुर में, छछेती, पातलियों, बाएकुआं, शमशेरपुर, मानपुर देवड़ा, खोदरी, मोहकमपुर नवादा, बनौर, डांडा, मंडी में किगस, भमसोई व ओडीधार, ऊना में गुगलैहड़, प्रोइयां कलां, बलह, कांगड़ा में सोधला (भटोली), जांगल (सिहूणी), बिलासपुर में शिकरोहा, किन्नौर में स्पीलो, ऊना में बीटन, सपीरी, बेहड जसवां, सिरमौर में सैल, ऊना में ललड़ी, कागंड़ा में थपकौर, कमनाला, बिलासपुर में सलोआ, टरवाड़ और तंबौल दफ्तर पर ताला जड़ा गया।
ये पटवार सर्किल भी बंद होंगे
हमीरपुर में हथोल, चयालु, सोलन में मंडेसर, ढकरियाणा, बिलासपुर में में मलराओं, कांगड़ा में चौगान, सोलन में परवाणू (शहरी), मंडी में छपराहन, हमीरपुर में घंगोट, मंडी में कोटला-खनूला, खारसी, झरेड़, सिरमौर में संखौली स्थित ढांग रुहाणा, चांदनी, पोका, कुनेर धमौण, कांटी मश्वा, बल्दुआ बोहल, शावग स्थित जुईनल माटला, कुल्लू में कराडसू, धाठू, मंडी में मतेहल, सनारली, मनोला, कांडी-3, भनेरा, नंवीधार (बाग), कुठेहड़, मंडी में चौकी, लाहौल स्पीति में मरिंग और शिमला में सतलाई पटवार सर्किल दफ्तर को बंद किया गया।
इससे पहले सुक्खू सरकार बिजली बोर्ड के 32 दफ्तर और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस हार्टिकल्चर सिद्धपुर को डिनोटिफाई कर चुकी है।
बंद किए गए पटवार सर्किल दफ्तर :
राजस्व विभाग की अधिसूचना के अनुसार अप्रैल 2022 के बाद खोले गए लगभग 79 पटवार सर्किल दफ्तर भी बंद किए गए हैं। इनमें ठियोग में सतोग, कुल्लू में किंजा व चनसारी, कांगड़ा में धनेटी-गरलां व अनोह, सिहोटू, मंडी में तांदी, ऊना में क्यारियां, ध्वाल, वदोली-त्यूडी, सिरमौर में पलिओ, आम्बवाला, देवनी, नागल सुकेती, कांगड़ा में नंगल, मंडी में मुरहाग, कांगड़ा में पक्का, टियाला, औंद पटवार सर्किल दफ्तर शामिल हैं।